प्रिय मित्रों ,
आप सभी को प्रसन्नता के साथ सूचना दे रहा हूँ की बहु प्रतीक्षित ,तंत्र कौमुदी के द्वितीय अंक जो कालज्ञान विशेषांक के रूप में आपके हांथों में आने के लिए प्रतीक्षा कर रहा हैं |हम अपनी ओर से कोशिशकररहे हैं की ये अंक आप सभी को इस जनवरी के अंत तक तो प्राप्त हो ही जाये | जैसा की आप सभी ये जानते हैं कि पारद संस्कार कार्यशाला - २ में हम सभी व्यस्त थे साथ ही साथ ही उस जगह इन्टरनेट नेटवर्क भी संभव नहीं था ,इसके साथ ही हम आपको ये बताना चाहते हैं कि इस विशेषांक के लिए प्रामाणिक ओर तीव्र सफलतादायक सामग्री प्राप्त करना अत्यधिक श्रम साध्य कार्य हैं, हम पूरी तरह से प्रयासरत हैं कि ये विशेषांक आप सभी क़ी कसौटी पर खरा उतरेगा ही |
जब तक ये विशेषांक प्रकशित हो आप सभी के लिए कुछ लेखों के सन्दर्भ में.......
1. सदगुरुदेव प्रसंग — सदगुरुदेव जी के दिव्य जीवन के अनछुए पहलु से परिचित करता हुआ जो एक अद्भुत ही रह्श्य आपके सामने होगा ....
2. दत्तात्रेय साधना - नाथ योगियों के मध्य में ही प्रचलित रहा वह दुर्लभ साधना विधान जोकालजयी भगवान् दत्तात्रेय के मूल मंत्र से सम्बंधित हैं जिसके माध्यम से काल ज्ञान तो मानो आपके उंगली पर ही रहेगा ,उसी गोपनीय साधना विधान पूर्णता के साथ आपके सामने पहली बार ,अब यदि दुर्भाग्शाली ही इससे बंचित रहे तो उसे क्या कहे....
3. महाकाली साधना : प्रथम बार आपके समक्ष प्रस्तुत ,काल क़ी अधिष्ठार्थी माँ महाकाली क़ीवह दुर्लभ साधना जो अनेकों दुर्लभ दिव्य योगों को स्वमेव ही आपके सामने रख देगी ,इससे ज्यादाभाग्य तो कुछ हो ही नहीं सकता हैं ,अब शेष क्या रहा ..
4. मंत्र योग से काल ज्ञान -क्या कोई ऐसा बीज मंत्र हैं जो सुलभ योगिक क्रिया के साथ हमारा अनाहत चक्र जाग्रत करता हुआ हमें काल ज्ञान के अनछुए आयाम से भी परिचित कराये , कैसे संभव हैं ये..इन्ही गोपनीय गुत्थीयो को सुलझाता हुए क्रियात्मक पक्ष सहित लेख आपके लिए ही तो हैं..
5. काल संकलन या विखंडन - साधना के लिए समय कैसे निकाले, यही समस्या हम सबकेसामने रहती हैं ही पर योगी हजारों सालों क़ी साधना कैसे कर पाते होंगे ? कैसे इस समय अंतराल को एक क्षण में बदला जा सकता हैं या एक क्षण को कैसे दीर्घ किया जा सकता हैं, कोंन नहीं जानना चाहेगा इस रहस्य को ,एक बिचारोत्तेजक लेख आपके लिए इन रहस्य को आपके सम्मुख रखता हुआ
6. काल ज्ञान और ज्योतिष सन्दर्भ - 41 सरल ज्योतिष योग जो बिना किसी विशेष ज्योतिषज्ञान के आपको ,आपकी कुंडली के माध्यम से समझने में सहयोग करता हुआ |
7. स्वप्न संकेत और मंत्र सिद्धि -क्या स्वप्न का कोई संबंध हमारी साधना से होता हैं ,क्या वेहमें पूर्वत ही कोई संकेत देते हैं प्रक्रति क़ी अद्भुत क्रिया को समझने क़ी कोशिश करता हुआ एक लेखआपके सामने जो साधना काल के दौरान आये स्वप्न को समझने में
8. काल ज्ञान और शकुन शास्त्र -क्या कोई तरीका संभव हैं जिसके माध्यम से बिना क्लिष्ट ज्योतिष जाने भी भविष्य के संकेत समझ सकते हैं , हाँ प्रक्रति क़ी एक अद्भुत उपहार जो शकुन संकेत हैं उन्हें समझने में सहायक एक ऐसा ही लेख केबल आपके लिए ही
9. पन्चागुली साधना - चाहे आप ज्योतिषी हो या न हो यदि आप इस साधना के बारे में नहींजानते यह कैसे संभव हैं एक सरल तीर्व सफलतादायक साधना जो धन के साथ यश सम्मान भीप्रदानं करने में सक्षम हैं उसी के गुप्त रहष्यों को खोलता हुआ लेख ,क्या अब भी ये साधना नहीं करना चाहेंगे .
10. स्वर्ण रह्श्यम PART-२ अद्वितीय ,बहुमूल्य ,बहुप्रतीक्षित कृति के अनमोल पृष्ट ... इनकीप्रतीक्षा कोंन नहीं कर रहा हैं
11. सूत रहश्यम PART-२ जो क़ी आज तक भी अप्राप्य हैं पारद जगत के विज्ञानियों को भी ...इस पारद तंत्र के सभी आयामों को को आपके समक्ष रखता हुए |
12. रस सिद्ध प्रत्यक्ष दर्शन दर्पण : इसका तो कहीं नाम भी नहीं आया हैं कैसा हैं यह अद्भुत दर्पण जो किसी भी रससिद्ध अमर आचार्य और आचार्या से सीधा ही संपर्क साधक का करादेता हैं ,आप अपनी किसी भी रस /पारद संबंधित प्रश्नों को इसके माध्यम से जान सकते हैं,पर कहाँ हैं इसका विधान, ...... केबलओर केबल गुरु परम्परा से प्राप्त अंत्यंत दुर्लभ ओरअप्राप्य विधान आपके लिए ही ..यही इस अंक का सर्वाधिक मूल्यवान हीरक खंड हैं .....
इसके अतिरिक्त कुछ अन्य बहुमूल्य ,दुर्लभ लेख भी आपके लिए इस अंक में आपकी प्रतीक्षा कर रहे हैं जो क़ी हमारी तरफ से आपको उपहार हैं ...
हमारे सामान विचारधारा के मित्र /गुरु भाई बहिन / शुभ चिन्तक Follower section में लगातार गति से बढ़ रहे हैं ,जब तक आपके हांथो में यह अंक पहुंचेगा तब तक पेज vi Viewer संख्या 50,000 को भी पार कर जाएगी |(जिनमे मोबाइल के माध्यम से पढने वाले हमारे मित्रों क़ी संख्या शामिल नहीं हैं )
तो आपके इस बढते हुए स्नेहित प्रति क्रियाओ से ..आने वाले समय में (पहले हमने इस फ्री इ पत्रिका को दो महीने में प्रकाशित करने का सोचा था ,आपके उत्साह बर्धन से इसे हमने ४५ दिन कर दिया ,परन्तु जब अभीहम पारद संस्कार कार्यशाला से बापिस आ कर देखा तो हम अभिभूत हैं आपके स्नेह के सामने ) इसलिए अब से यह फ्री इ पत्रिका आपको हर ३० से३५ दिन में मतलब हर महीने आपके हांथों में पहुँच जाएगी .
हम सभी आपके स्नेह को महसूस करते ही हैं पर फिर भी आपके दो शब्द हमारा उत्साह बढ़ाते हैं ..
बस थोडा सा इंतज़ार करे.......
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Dear friend,
Once again ,I am very happy to inform you all that Much awaited Second issue of Tantra kaumudi as a KAAL GYAN VISHESHANK will be releasing soon. We are doing hard work to make it available to the end of jan 2011. As all of you already knew that we were busy in Parad Sanskar workshop ii and internet network was not available in that remote area, side by side we are doing our best to collect sadhanantmak and informative material on this subject, getting the authentic material itself a very tough task ,I am very confident that this issue will also come up to more than your expectation.
Till this issue available to you here are some of the highlights of the articles just for you..
1. SADGURUDEV PRASANG—one more divine aspect of our Sadgurudev is opening in front of you ,what is that just wait…
2. DATTATREY SADHANA-the mool mantra sadhana of Bhagvaan Dattatrey available to only Nath yogis by which knowing that kaal gyan in your figure tips, reveling first time to you, still waiting for any other sadhana..
3. MAHAKALI SADHANA-the most secretive sadhana which gives you ability to know divya yog ,with out any effort ,most effective sadhana details reveling first time for you.
4. MANTRAYOG SE KAAL GYAN- is there any beej mantra by which I can know my future ,yes it is possible , the beej mantra and simple yogic kriya that awaken your Anhat chakra so kaal gyan can be easily possible. Just wait to know about that..
5. KAAL SANKALAN OR VIKHANDAN- want to do sadhana but not getting time, think about how sadhana of thousand years duration ,yogis able to do that in a second or one second can be converted to thousand years, do you not want to know this very hidden secret ,just for you.
6. KAAL GYAN AUR JYOTISH SANDARBH- 41 such a very simple astrological yog by which without having knowledge of horoscope you will have insight of you ,want to know
7. DREAM PATTERNS INDICATION AND MANTRA SIDDHI-do dream during the sadhana kaal indicate success or failure ,simple tips helps you a lot.
8. KAAL GYAN AUR SHAKUN SHASTRA-is there any very simple way to know about future, without knowing difficult astrological combination yes mother nature’s tips for you, so that you will know outcome of your work.
9. PANCHANGULI SADHANA- are you an astrologer or a simple person, and knew not about this simple highly effective sadhana which can give you success, name and fame all round reveling its secreat aspect for you only
10. SWARNA RAHSHYAM PART-2 this very valuable ,book of that people only listen about it or read about it , now second article is just for you that revealing many more secret of the world divine..what is in that this will be secret for you..
11. SOOTA RAHASHYAM PART-2 Even parad vigyani not listen about that great book , in this series some more hidden secret aspect of parad tantra is waiting for you .
12. Ras siddh prataksh darshan Darpan (mirror): no where mentioned aboutthis very few people people only listen about this,through this divine mirror sadhak can contact directly inperson to ras siddh immortal mastrs and can get solution of his prablem related to this parad tantra .where where is the procedure ofmaking that......only and only from guru parampara(order) this most secreat and hidden procedure reavelling only for you..this is the gift to you from all of us.
and many more article containing durlabh sadhana are waiting for you in that.......
As the number of our likeminded friends/guru brothers /good wishers as in followers section very rapidly increasing and till this issue reach in your hand in just last three month total page view crosses more than 50,000 marks (in that mobiles reader are not included),
so keeping in view your such a huge positive loving response, now onwards instead on every two months as we previous decided ,later we modified it considering yours responses to available it for 45 days, but after returning from the workshop we amazed and thrilled too see your response so finally keeping in view of your positive loving responses we will make this free e magazine available to you all every 30 to 35 days means every month.
We understand your feeling, but two word of your encouragements helps us a lot.
Just wait for that..
FOR MORE UPDATES
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(For sanskar upto 1 to 12 TH ) IS BEING ORAGNISED
For more information related to its schedules,fees, and other terms and condition PLZ Click here to visit post "Important notice for Parad Sanskar Workshop –II "
Free E-Magzine bi monthly (only for free registered follower of this blog and Group memember)"Lakshmi and Vashikaran Visheshank" is going to be relesed
Soon on First week of Dec 2010.
(Containing, article on Ayurved,Tantra, yantra,Mantra, Surya vigyan,Astrology and Parad Tantra)PLZ Click here to know the Details/List of articles coming in this issue
if not,a registered follower(Registration is totally free) of this blog , then
PLZ sign in in follower section, appearing right hand upper or lower side of this page,
****ARIF KHAN,ANURAG SINGH,RAGHUNATH NIKHIL****
"parad workshop-2 sampann hone ke hardik badhai aur subhkamnaye"
ReplyDeletereading your article about workshop-2, i came to know that what i have missed is cannot be described in words. may be by the grace of divine paramtatva in future we will also be introduced to that knowledge.
@pritesh
Awaiting the second issue impatiently. I an sure it will surpass the first one in quality as well as quantity.
ReplyDeleteJai Gurudev
ReplyDeletePractical knowledge what you are sharing on the workshops are Rarest of The Rare this and a golden moment in one’s life No one want to miss it ,like me i think lot of us who follow the site wanted to join but due to not able to get a long leave of 20-40 days ,cant able to make it .it really painful to miss such a kind of opportunity .A humble request Is it possible that this kind of Workshops are braked in two part of 7 -7 days that people like me also get a chance to be a part of it .
Impatiently waiting for the second edition
namah shivay arif bhaiya
ReplyDeletetantra kaumudi 1 was great. am looking forward for second issue. will u include aatma aavahan sadhana
Basudev Jha
charansparsh...bhayaji..
ReplyDeletejai gurudev
Please send me Second issue of Tantra kaumudi on vivekmahajan08@gmail.com
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