Tuesday, July 5, 2011

VYAPAR VRIDDHI HANUMAN PRAYOG


उन्नति करना और आगे बढ़ते रहना जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग है. हम धनवान बने ऐश्वर्यवान बने कीर्ति को प्राप्त करे और करते रहे यह हर मनुष्य का उद्देश्य होता है. जब तक हम भौतिकता से सम्प्पन नहीं हो, हम आध्यात्मिकता मे सम्प्पन होने की कल्पना नही कर सकते. लेकिन इसके साथ ही साथ यह भी ज़रूरी है की हमारी आय का स्त्रोत क्या है, और इससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण यह है की वह स्त्रोत कितना कायम है.
हमारे पास एक ऐसा स्त्रोत हो जिससे की हम अपने परिवार को सुखी समृद्ध देख सके, लेकिन क्या ऐसा होता है. कई बार ऐसा देखा गया है की व्यक्ति व्यापार मे अपना सारा धन लगा देता है लेकिन किस्मत उसके इस साहस को स्वीकार नहीं करती. या फिर अडचने खतम होने का नाम ही नहीं लेती. अक्सर ये भी देखा गया है की कई बार व्यापर मे जितना अधिक और योग्य वेतन मिलना चाहिए उतना नही मिल पाता. यही पे समस्याए खतम नहीं होती, होता यु भी है की अगर कुछ समय तक योग्य रूप से व्यापर चले तो फिर थोड़े समय मे ही न जाने कहा से नयी समस्याए सामने आ जाती है
इस प्रकार की सभी समस्याओ के निराकरण के लिए एक अद्भुत साधना दी जा रही है, यह साधना से अत्यधिक कम समय मे योग्य परिणाम को प्राप्त किया जा सकता है, व्यापर सबंधित सभी प्रकार की समस्याओ से इस साधनाके द्वारा लात मार के भगाया जा सकता है बस जरुरत है श्रद्धा की, विश्वास की.
इस प्रयोग को ज्यादा बहेतर यही रहेगा की आप अपने व्यापारिक स्थान पर करे लेकिन अगर यह संभव न हो तो घर पर भी यह प्रयोग किया जा सकता है
इस के लिए आपको साबुत उडद के दानो की ज़रूरत पड़ती है
यह प्रयोग रात्री काल मे १० बजे के बाद किया जाता है
शनिवार की रात्रि को या मंगलवार की रात्रि को इसका प्रारंभ करे
रात्रि मे अपने सामने हनुमान का चित्र स्थापित करे
सिन्दूर से तिलक करे व् तेल का दीपक लगाये तथा अपने सामने साबुत उडद के  के ११ दाने रखदे
उसके बाद निम्न मंत्र की मूंगा माला से ११ माला जाप करे
ओम हनुमंते व्यापार वृद्धिम बरकत कुरु मे स्वाहा
मंत्र जाप पूरा होने के बाद भगवान हनुमान व्यापर मे वृद्धि व् बाधाओ के शमन के लिए प्रार्थना करे
साबुत उडद के दानो को व्यापर स्थान मे पूजास्थल पर स्थापित कर दे
यह क्रम ११ दिनों तक रखे
११ दिनों के बाद साबुत उडद के दाने  को इकठ्ठा कर नदी मे प्रवाहित कर दे
To progress and to be ahead is one of the very primary aspects of the life. It is motto of humans that we do become rich and prosperous and keeps on getting it. Till the time we are not complete in material life, we cannot imagine our self being spiritually complete. But with this, one thing is eventually important that what our income source it, and more important is the continuity of the same.
We should have a source of income which let us see happy prosperous family, but does it happens? Sometime it has been seen that person lay down all his wealth in business and fortune do not accept his courage. Or else barriers keep on banging. Many times it also has been observed that the return on the investment is not on expected line in business. This is not the end of the troubles; it also happens that if business is running properly in-between the fluent way many troubles start cutting the way.
To overcome such problems one highly affecting sadhana is given. With this sadhana in very short span of time, appropriate results could be gain. Every business related troubles could be vanish through this sadhana what we requires is to have faith and trust.

It is better to do this sadhana at business place but if it is not possible then this sadhana can even be done at home.

For this you require to have beans of black lentil

This ritual should be performed after 10 pm in night.

Saturday night or Tuesday night should be starting day.

Establish picture of Hanumaan infront of you on sadhana night.

Do tilak of vermillion on the forehead, light a lamp of oil and place 11 saabut udad in front of you.

After that chant 11 rosary of the following mantra.

Om Hanumante Vyaapaar Vruddhim Barkat kuru me swaha

After mantra chanting is over, pray lord hanuman to vanish troubles and for the growth in business.

Black saabut udad should be placed in worship place of business place.

Continue for 11 days

After 11 days, collect all saabut udad and drop in river.
****NPRU****

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