एक
मनुष्य का यह स्वप्न रहता है की वह अपना जीवन वैभव और विलास मे बिताए. इस के लिए
वह जीवनभर आय के विभ्भिन स्त्रोत पर कार्य करते हुए उन्नति की और प्रगतिशील होने
के लिए हमेशा प्रयासरत रहता है. जीवन मे भोग और मोक्ष दोनों ही पक्ष समान महत्वपूर्णता
को समेटे हुए है. भोग पक्ष को जिसने जाना ही नहीं वह मोक्ष पक्ष को पूर्णता के साथ
समज सके यह मुश्किल है. जब किसी को भूख का अहसास नही है तब भोजन की तृप्ति क्या है
यह कैसा समजा जा सकता है.
लक्ष्मी
से सबंधित साधनाओ मे साबर साधनाओ का महत्व बहोत ही अधिक है, क्यूंकि यह प्रयोग
जितने सरल होते है उतने ही तीव्र प्रभावकारी भी. प्रकट प्रभाव महेश प्रतापू – इन
साबर मंत्रो के सबंधित कुछ बाते आपसे कहना चाहूँगा
कुछ
लोगो ने ये कहा है की इन मंत्रो मे आण (कसम) दी जाती हे देवी देवताओ को की वो
कार्य करने को बाध्य हो (जैसे की शिव को त्रिशूल पड़े, हनुमान चढ़े, जटा टूटे वगेरा)
तो इन मंत्रो का प्रयोग कितना योग्य है और कितना उचित है?
यहाँ
पे ये समजना जरुरी है की आखिर साबर मंत्र कहा से आये है? महासाबर तन्त्र मे शिव
खुद ही शक्ति को शाबर मंत्रो का ज्ञान देते है और कहते है की इन सब मंत्रो की रचना
मुझसे ही हुई है. आगे दत्तात्रेय और नाथयोगीओ ने शिव की आज्ञा से ही इन मंत्रो की
रचना की है और उनकी तपश्या बल से ये मंत्रो को स्वयं सिद्धि का वरदान खुद भगवन
भोलेनाथ से प्राप्त हुआ है.
और जहा तक आण की बात है ये आण देवी देवताओ के लिए नही है वरन उन शक्तिओ के लिए होती है जो की हमारा कार्य करती है. और वो भी महादेव की ही शक्तिया. इसका एक अर्थ ये भी मान सकते है की इस प्रकार के मंत्र शिव ने बताये है की कसम इस प्रकार से देने पर इस कार्य को टला नही जा सकता. यही विशेष साबर मंत्रो का रहश्य है.
और जहा तक आण की बात है ये आण देवी देवताओ के लिए नही है वरन उन शक्तिओ के लिए होती है जो की हमारा कार्य करती है. और वो भी महादेव की ही शक्तिया. इसका एक अर्थ ये भी मान सकते है की इस प्रकार के मंत्र शिव ने बताये है की कसम इस प्रकार से देने पर इस कार्य को टला नही जा सकता. यही विशेष साबर मंत्रो का रहश्य है.
साबर
साधनाओ मे चेटक साधनाए भी अत्यधिक प्रचलित रही है. जैसे यक्षिणी अप्सरा वगेरा गौण
स्त्रीशक्तिया मुख्य शक्ति की सेविका और उपासिका
है, वैसे चेटक चेटक देवी देवताओ के पुरुषउपासक और सेवक है. अगर उनके उपाश्य सबंधित
मंत्रो का जाप किया जाये तो ये तत्काल प्रसन्न होते है और निर्धारित कार्य को पूरा
करते है.
लक्ष्मी
से सबंधित कई चेटक साधनाए है जिसमे साबर प्रयोग भी सामिल है. यह प्रगोय करने पर
व्यक्ति को कई प्रकार के लाभ प्राप्त होते है जिनमे आर्थिक उन्नति, व्यापर वृद्धि,
आकस्मिक धनप्राप्ति सामिल है ही. साथ ही साथ सबंधित चेटक की साधना मुख्यतः उस समय
की जाती है जब लक्ष्मी से सबंधित कोई विशेष इच्छा की पूर्ति करनी हो. चेटक एसी
परिस्थितियों का निर्माण कर देता है की वह समस्या तुरंत ही दूर होती है. एसी ही यह
अत्यधिक प्रभावशाली साधना को करने पर साधक को सौंदर्य सबंधित लाभ भी प्राप्त होता
है
इस
साधना को करने के लिए साधक के पास कमलगट्टे की माला होनी चाहिए
इसे
शुक्रवार की रात्री मे १० बजे के बाद ही शुरू करे दिशा उत्तर/पूर्व रहे.
वस्त्र
और आसान लाल रहे, अपने सामने लक्ष्मी का चित्र स्थापित कर के उसकी सामान्य पूजा करे.
धुप दीप और भोग लगाये.
उसके
बाद अत्यंत श्रद्धा के साथ निम्न मंत्र की ११ माला जाप करे
ओम लक्ष्मी महादेवी कृपादायिनी सब
कार्य साधो मेरे जीवन सिद्धि नमामि ओम श्रीं ह्रीं श्रीं कार्य पूर्ण करो देवी कोष
सिद्धिं वाचा महादेव की
यह
क्रम ११ दिन तक रहे, इसके बाद साधक इस मंत्र की रोज १ माला दिन या रात मे कभीभी कर
ले.
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It is always a
human dream to live with prosperity and happiness. For this, one always stays
in try to do progress by working on various income sources. In life bhoga and
moksha both aspects contains the same importance. The one who is unaware about
bhoga it is hard for the same one to understand moksha. One cannot understand
importance of the food when they do not know what does the hunger actually
means.
Sabar sadhanas related to the lakshmi
have a big importance in various sadhanas of same deity. Because these
processes are easy in nature but at the same time extremely effective. Prakat
prabhav Mahesh pratapu I would like to say few things about this sabar mantra.
Few people said that in this mantra
swear is applied to the deities that they must complete our work (like shiva ko
trishul pade, hanuman chadhe, jata tute etc) so, how actually chanting of these
mantra is appropriate?
Here one thing is essential to be
understood is that from where these mantra came to existence? In
mahasabartantra shiva himself give knowledge of sabar mantra to shakti and
further say that all these mantra came to existence from myself only. More
ahead dattatreya and naathyogis meant and spread sabar mantra with order of
shiva only and with power of their tenacity the self accomplishment of these
mantras were blessed by bholenatha only.
And till swear is concerned in these
mantras, those are not for deities but it belongs to the power which work for
us. And those powers too are of Mahadeva. One can even take one meaning from
this that if one gives swear this way then the task must be accomplished. This is the secret of special sabar mantras.
Chetak sadhana have even remained
famous among sabar sadhana. The way yakshini – apsara are secondary powers and
feminine worshipers & maids of the main power, this way chetaks are male
worshipers and secondary powers. If one chants mantra related to their deities
they becomes happy instantly and completes the wished works of the sadhaka.
There are so many sadhanas related to
lakshmi chetak including sabar sadhanas too. By doing this prayog, one may have
various benefits like rise in prosperity, business rise, sudden wealth are too
included. With this, the sadhana can even be done at the time of special request
related to lakshmi. Chetak then will prepare such situations which solve the
problem as soon as possible. Such a divine sadhana when done can even give
benefits related to beauty.
One should have kamalgatta rosary to
accomplish this sadhana
One should start this from the Friday night after 10PM; direction could be north/east.
Aasan and cloth should be red, place picture of
lakshmi in front of you, do normal poojan, offer dhoop, gheelamp and bhoga.
After that with devotion chant 11 rosary of
the following mantr
Om lakshmi mahaadevi
krupaadaayini sab karya saadho mere jivan siddhi namaami aum shreem hreem shreem
kaarya purna karo devi kosha siddhim vaachaa mahaadev ki
This should be continues till next 10 days
total 11 days. After that sadhak should chant 1 rosary daily of this mantra at
anytime.
****NPRU****
प्रिय भाई,
ReplyDeleteइतना बडा मंत्र तो याद रखना मुश्किल है,
अगर इसको कागज पर लिख लें और जाप के समय अपने सामने रख ले तो कैसा रहेगा ?