नवग्रह में चन्द्र का स्थान बहोत ही महत्वपूर्ण है.
व्यक्ति पर चंद्र का प्रभाव मानस, भावनाये, मातृभाव एवं मातृसुख, तथा कल्पना शक्ति पर विशेष रूप से
होता है. अगर व्यक्ति पर चन्द्र ग्रह का प्रभाव विपरीत है तो एसी स्थिति में
व्यक्ति को निम्न समस्याओ का सामना विशेष रूप से करना पड़ता है.
मातृसुख का क्षय और मातृपक्ष में रोग
मानसिक संतुलन का अयोग्य संचार तथा हिन् भावना
मानसिक रोगों से ग्रसित होना
निष्ठुरता का प्रवेश और मानव समुदाय से घृणा
अज्ञात आशंकाओ से ग्रसित रहना
आज के युग में व्यक्ति के जीवन में मानसिक समस्याओ का
सामना कई प्रकार से करना ही पड़ता है लेकिन कई बार इस प्रकार के प्रभाव कई प्रकार
के मानसिक रोग को जन्म देता है. मानसिक रोग कई प्रकार के मानसिक विकास को रोक देता
है और व्यक्ति का तथा उसके परिवार का जीवन कष्टमय बन जाता है. अगर व्यक्ति इससे
सबंधित प्रयोग सम्प्पन करता है तो चन्द्र ग्रह की कृपा प्राप्त होती है तथा इससे
सबंधित पक्षों में व्यक्ति को अनुकूलता मिलती है.
यह प्रयोग साधक किसी भी ग्रहणकाल या सोमवार को कर सकता
है
यन्त्र किसी भी सफ़ेद कागज़ या भोजपत्र पर बनाया जा सकता
है
साधक सूर्यास्त के बाद यह प्रयोग करे तो उत्तम है; वैसे
साधक सोमवार को दिन में भी यह प्रयोग कर सकता है. सर्व प्रथम साधक स्नान करे तथा
सफ़ेद वस्त्र धारण कर सफ़ेद आसान पर उत्तर दिशा की तरफ मुख कर बैठ जाए.
उसके बाद साधक कागज़ या भोजपत्र पर मूल अंक यन्त्र का
निर्माण अष्टगंध से करे. अगर यह संभव ना हो तो साधक को हल्दी में पानी मिला कर उस
स्याही से यह यन्त्र बनाए. इसमें किसी भी प्रकार की कलम का उपयोग किया जा सकता है.
यन्त्र को धुप दे या अगरबत्ती प्रज्वलित करे.
इसके बाद साधक यन्त्र को अपने सामने रख कर निम्न ध्यान
का ११ बार उच्चारण करे.
ध्यान : श्वेत श्वेतांबरधरः श्वेताश्व:
श्वेतवाहन | गदापाणिद्विबाहुश्च कर्तव्यो वरद शशी.
ध्यान के बाद व्यक्ति को चंद्र मंत्र की ११ माला मंत्र
जाप सफ़ेद हकीक माला से सम्प्पन करे.
मन्त्र : ॐ श्वेत
शुभ्राय शशि चन्द्राय सर्वाभीष्ट साधन कुरु कुरु नमः
प्रयोग के बाद साधक भोज पत्र या कागज को पूजा स्थान में
स्थापित कर दे तथा माला को भी रख दे. अगर साधक चाहे तो इस माला से व्यक्ति भविष्य
में इस यंत्र के सामने यही प्रयोग कई बार कर सकता है.
In nine planets Chandra or
moon holds an important place. Chandra effects on the person especially on the
aspects like mind, feelings, mother hood and maternal happiness, and power of
imagination. If moon is not favorable then person may suffer especially from
following troubles.
Troubles in happiness of
mother side or diseases in maternal
Loss of the mental balance
and inferiority complex
Cause of various mental
disorders
Cause of ruthlessness and
disgust of humans
To have unknown fears and
suspects
In today’s life, one may
suffer from various mental troubles but many times such effects may cause many
mental diseases. Mental disorders may ruin growth and mental developments and
also cause troubling life for the person and family. If related prayog is done
then blessings of the moon is gained and one may have favorable conditions
related to these aspects.
This process could be done
on any eclipse or on Monday.
This yantra could be made
on any paper or on Bhoj Patra
It is better if one does
this process after sun set; sadhak may do this process in day time on Monday
too. First sadhak should bathe and wear with cloths after that one should sit
on white sitting mat facing north direction.
After this, sadhak should
take bhoj patra or paper and draw the moo lank yantra with AshtaGandha. If that
is not possible one should draw the yantra with turmeric mixed with water. Any
pen may be used to prepare the yantra. One should give dhoop to yantra or light
incense sticks.
After that by placing
yantra in front, one should chant meditation 11 times
Meditation:
Swet Swetaambaradharah Swetaashwah Swetavaahan | gadaapaanidwibaahusch Kartavyo
varad shashi.
After meditation one should
chant 11 rounds of the following mantra with white hakeek rosary.
Mantra : Om Shwet Shubhraay
Shashi Chandraay sarvaabhisht sadhan Kuru Kuru Namah
After this process is done
one should place Bhoj patra or paper in worship place and rosary should also be
place. If sadhak wants, one may do this process again in the future with this
rosary in front of this yantra many times.
****NPRU****
Excellent Nikhilji - such information is not only hard to get but also to hear from someone. I could relate my own condition which what you had stated. Beautiful. Thank you for publishing such excellent stuff - Regards - Deepak.
ReplyDeleteExcellent Nikhilji - such information is not only hard to get but also to hear from someone. I could relate my own condition which what you had stated. Beautiful. Thank you for publishing such excellent stuff - Regards - Deepak.
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