Sunday, June 12, 2011

SABAR TANTRA MAHAVISHANK-साबर यन्त्र की महत्त्व पूर्ण ता


हर किसी का सपना यह होता हैंकि कितनी जल्दी उसे साधना में सफलता मिल जाये , पर हम कभी  जानने की कोशिश ही नहीं करते की यह साधना जगत अपने आप में कितनी  गूढता  रखे हुए हैं जहाँ मात्र कोई तात्कालिक लाभ प्राप्तकरने की कोशिश हैं वहां पर तो कोई भी  प्रयोग चल  सकता हैं, पर जब हम इस क्षेत्र  में आगे बढ़ना चाहते हैं . तब हमें धीरे धीरे  इस जगत की सारी चीजे सीखनी ही पड़ेगी  यह निश्चित   की यह सब एक रात या दिन में नहीं होने वाला बल्कि धीरे धीरे  हमें एक एक सूत्र सिखने होंगे  एक एक गूढता और दुरुहता  तो सीखनी ही होगी और इसकी भाव भूमि को भी ह्रदयंगम  भिकारन पड़ेगा भी , तभी तो हम अपने आप को सदगुरुदेव भगवान का एक सच्चा शिष्य होने की दिशा में आगे बढ़ पाएंगे.सदगुरुदेव सच  में चाहते हैं की हम इस क्षेत्रमें विशिष्ट  ता प्राप्त कर पाए.

पूज्य सदगुरुदेव जी का यह सपना रहा हैं  की उनका हर  शिष्य अपने आप में विशिष्ट हो किसी भी क्षेत्रमें पर हो अपने आप में अद्वितीय .सम्पूर्णता के साथ पूरी विशेज्ञता उसे प्राप्त हो  पर उसे यह  कठिन श्रम  ओर सच्ची श्रद्धा  से प्राप्त करना ही होगा. परन्तु साथ ही साथ उसे एकांगी भी नहीं होना हैं , उसे  तो हर हाल मेंसब सीखना ही हैं  

आप जानते ही हैं की शिष्य /शिष्या शब्द का अर्थ  ही हैं वहजो हमेशा सीखने को तैयार रहे .

तोहम साधना के इस भाग में कैसे  सफलता प्राप्त कर सकते हैं, जिसे साबर साधना  कहते हैं यहाँ इसमें  सबसे महत्वपूर्ण तथ्य यह हैं की श्रद्धा  ओर बिस्वास  आपका आपके गुरु के प्रति  हर हाल में अडिग ही रहे , कोई भी परिस्थिति उसे  डिगा नहीं पाए . क्योंकि अधिकांश साबर साधना  में आप पायेगे की कुछ शब्द बार बार आयेंगे  जैसे" मेरी भक्ति ओर गुरु किशक्ति " तोफिर इस शब्द  श्रन्खला का कोई अर्थ होगा .इस पत्रिका के आगे आने वाले लेख  में आपन इन मंत्रो  में सफलता  पाने  के अभी तक गोपनीय  रहस्य पायेगे. इस लेख मैं केबल  उन बिन्दुओ  की चर्चा कर रहा हूँ जो की  आपके लिए  जरुरी होगा .

सदगुरुदेव भगवानने कई बार इस थे की ओर हमारा ध्यान  आकर्षित कराया हैं की अगर हमें साधना में  सफलता पानी हैं तो प्रामाणिक सही साधना सामग्री  चाहिए ही हैं जो की पूर्ण प्राण प्रतिष्ठित  हो ही.  बिना उसके कैसे एक साधक सफलता प्राप्तकर  सकता हैं.अब आप सोचेंगे की हम ये साधना सामग्री कहाँ से प्राप्तकर पाएंगे   तोक्यों नहीं सदगुरुदेव जी ने हमेशा से कहा हैं की  जोधपुर ओर दिल्ली   गुरुधाम से प्राप्त साधना  सामग्री तो  हमारे लिए ही तो तैयार  करायी  जा ती हैं, तो इस  हेतु साधक बिना किसी भी हिचक के साधना  सामग्री प्राप्तकर  साधना   करसकते हैं.  तो जैसे ही हमें सही साधना  सामग्री प्राप्त  होती  हैं हम अपनी साधना प्रारंभ  कर सकते हैं .

नहीं

अभी भी कुछ ऐसे बिंदु हैं  जिन्हें जानना  जरुरी हैं मान लीजिये किसी कारण वश कोई साधना सामग्री आप प्राप्त नहीं  कर  पाए , या साधना  काल में कोई आपने गलती कर दी तब ?इस तरह की सभी संभावनाओ के मद्दे नज़र  हमें हमारी गुरु परंपरा से एक यन्त्र  मिला हैंजो हम कभी समझ नहीं पाए , जिसके बारेमें सदगुरुदेव जी ने कई बार अपनी पत्रिका में हमें समझाया  हैं और वह वरदान स्वरुप  यंत्र  हैं " साबर यन्त्र ".

 यहाँ पर  हमें न केबल मन्त्रों के बारेमें   ही सीखना हैं  वरन हमें इससे जुड़े अनेक चीजे जैसे यंत्रों के बारे  में भी  सीखना हैं  क्या कोई यन्त्र हमें सफलता ज्यादा  जल्दी दिला सकता हैं क्यों नहीं.  यन्त्र वास्तवमें एक किले नुमा आकृति हैं  जिसमें सम्बंधित देवी देवता के साथ उनकी सहयोगी शक्तिया भी निवास रत रहतीहैं, अभी भी ज्ञान की इस शाखा  का  पूरी तरह उपयोग नहीं हुआ हैं  , इस क्षेत्र  में अभी भी  खोज के लिए अत्यधिक   जगह  हैं पता नहीं कितने रहस्य अपने खुलने की बाट जोह रहे

हाँ यह सत्य हैं

यह यन्त्र उन  सभी  के  लिए बेहद उपयोगी हैं जो की  इन साधना  के क्षेत्र में आगे जाने के लिए अत्यधिक उत्सुक हैं ही  यह यन्त्र साधना काल  की अनेको कमियों को   दूरकर साधक को सफलता की ओर अग्रसर कर सकता हैं  यह यन्त्र तो हर साधक के पास होना ही चाहिए इसलिए नहीं की सदगुरुदेव भगवान् ने ने कहा हैं  बल्कि  इसलिए भी उनके अनुसार अनेको साधना  इस यंत्र पर की जा सकती हैं , पता नहीं कब गुरुदेव कोई साधना  इस पर भी दे दे , फिर  पता चले यन्त्र मगाने के लिए  समय /धन  न हो, तो इस प्रकार का यन्त्र अपने पास रखना ही चाहिए. .

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Every body to be siddhi in just a few moments, but we never think that how  complex the sadhana world is , where  the aim to get just temporary benefit  than its ok to do any prayog  but when  we really want to trade in this field than we have to slowly and slowly learn all the aspect of  the sadhana world  its quite natural that it will not going to be a one night dream but we have  to patiently  work hard to get the all related sutra, understand all the complexity and  absorbs all the bhav bhumi only than we can say that yes we are  a true disciples of sadgurudev who really want to be us to   have excellence in this field.

Poojya Sadgurudev always have  the dream that his shishya / shishya will be one of its kind , have master in any particular branch   thoroughly  through  the hard work and real devotion in this  field, but he also not want that his shishy/ shishya becomes  only  learn one aspect of science but to know as much as what they can learn .

What the shishy/shishy word means one who is always ready to learn .learning never stop so  the shishy is.

 So how to get success in this path of sadhana, specially  sabar mantra , most important things is  your devotion and faith (not believe) toward your guru, unshakable  at any cost.  Since in majority of the sabar mantra you will find the word “ mery bhakti guru  ki shakti” so this word has some meaning.  In coming articles  you will get many such  secret hidden keys to get  success in this  sabar mantra sadhana . here I am emplacing only some point which could be helpful  to all.

Sadgurudev ji many times said that without the  appropriate sadhana material means  correct sadhana samagri with pran  partishtha , how can a person expect to get success. But where to get such type of samagri, off course you can contact Poojya Gurudev trimurtiji in this connection. So once we have correct sadhana samagri we can start our sadhana, this all.

 No

Still some more point need to be consider ,suppose there is lacking of any samgri, reason may be any, and  any mistake you have done while doing sadhana what you can do. Keeping all these possibility  in mind provide us one boon which we all never paid much attention, thought that articles many times published in our gurudham magazine. That is “SABAR YANTRA”.

Here we have to have learn about not only  mantra but also on the  various other things  like yantra  and other related things. Can yantra  help you  to reach success why not. yantra is a complete fort where all the forces related for  reside.  Yantra field still we have to explore ..where many such a secret still waiting to explore  one cannot imagine.

Yes  this is true ,

 this great yantra  is very useful who are willing to go ahead for this type of sadhana, and  this yantra removes  the  many shortcoming occurred during  in the sadhana. One must have this yantra , not only this Sadgurudev ji told that many sadhana can be done  on this great yantra. One must get this yantra, who know when sadurudev ji gives us any specially sadhana  that can be happened only on this yantra.
****NPRU****

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