रोज़ रोज़ आने वाली मंदी के कारण हम सभी कि नीदे उडी रहती हैं कि हमारे जॉब
का क्या ,,हमारे घर का क्या
और हम और हमारे पत्नी और
बच्चो का भविष्य का
क्या होगा ,सभी
आश्वासन देते हैं कि कहीं कुछ न होगा
पर ,, हम भी
तो जानते हैं कि क्या हो
सकता हैं तो क्या
साधना कुछ हमारी हिम्मत बढाती हैं , हैं
कोई ऐसी साधना ......
उपनिषद कार कहता
हैंकि अन्न ही
ब्रम्ह हैं , और
वेसे भी हम सभी का जीवन जीने के लिए
सामान्य आवशयकता तो यही है न
"रोटी कपडा और मकान " इसमें भी पहले स्थान में
रोटी ही हैं और कितने सारे लोग
का जीवन सिर्फ " दो वक्त
की रोटी " के लिए ही होता
हैं, और
कितने तो सिर्फ यह कह
ते पाए जाते हैं की
किसी तरह "दो वक्त की दाल रोटी"
बस चलती जाये .
जीवन में उच्चता
के सपने या उसे लक्ष्य बनाना एक
अलग ही बात हैं पर
पहले यह जो शरीर मिला
हैं इसकी भी नुन्यतम
जरूरते भी तो पूरी हों चाहिए ..
क्यों पहला सुख "निरोगी काया " हैं यहाँ
पर यह समझना होगा
की निरोगी से केबल मतलब रोग
रहित नहीं बल्कि स्वस्थ पर पुष्टि
दायक शरीर भी तो हो, अन्यथा भला क्या फरक
पड़ेगा.
तो कौन सा ऐसा
स्वरुप हैं जो सारे
जगत का भरण पोषण करता होगा
.तो हम सभी जानते हैं की वह तो एक मात्र
माँ भगवती पार्वती का स्वरुप हैं जिसे
"माँ अन्नपूर्णा " कह
कर संबोधित किया गया हैं. इस स्वरुप की
खास बात यह रही हैं
की इन्होने भगवान् शंकर तक
कि झोली अन्न से भरी हैं , और आज
भी काशी वनारस में इनका का आधिपत्य माना जाटा
हैं, कहा तो
यहाँ तक गया हैं की हैं की
की वहां पर कोई भी भूखा नहीं
सोसकता हैं, कितने ने
महायोगी , फिर उनमे वामाखेपा से ले कर आदि शंकर आचार्य भी शामिलहैं ने इस
सत्य का अनुमोदन किया हैं.
और सदगुरुदेव जी ने
"अन्नपूर्णा साधना
" नाम से एक अति उच्चस्स्तरीय साधना अपनी
पत्रिका में दी हैं "उसमे स्वामी शिवानंद जी का उल्लेख हैं
जिन्होंने यह साधना सदगुरुदेव के निर्देशन में सफलता पूर्वक की हैं ,
और इस बारे में सदगुरुदेव जी ने
यहाँ तक कहा हैंकि दस
महाविद्या स्वतः ही
सिद्ध हो जाती हैं और साथ ही साथ
सीधे ही सिद्धाश्रम जाने
कि भाव भूमि बन जाती हैं.
तो फिर आगे के
लिखा हैं इन साधना के बारे में..
पर एल लम्बी की साधना को मनोयोग
कितने कर पाएंगे,,,
तो इसी बात को ध्यानमे
रखते हुए एक सरल सा प्रयोग जो आपके
घर के धन धान्य
को हमेशा भरा रहेगा तो क्यों
नहीं आप इस साधना को कर के ही स्वयं और ओर अपने परिवार को को तो
आप सुरक्षित कर पायेंगे यह मंत्र
तो अनेक जगह मिलता
हैं पर लोग इस मंत्र का महत्त्व
नहीं समझ पाते हैं,
तोक्यों नहीं एक बार
तो जल्दी से जल्दी से इस प्रयोग को करे,
मंत्र "
ॐ नमो आदेश गुरु
को ,गजानन बीर बसे मसान,अब तो रिद्धि का
वरदान
जो
जो मांगू सो सो आन ,पांच लड्डू शिर
सिंदूर हाट बाट की
माटी मसान की,शेष रिद्धि सिद्धि हमरे पास
पठेव
शब्द सांचा फुरो मंत्र
इश्वरो वाचा ||
साधारण नियम इस
प्रकार हैं की
१.कुछ गरीब लोगों
को खाना
खिला दे
२,पर यह
ध्यान रहे की उनके खाने
में लड्डू जरुर हो और उन मे से पांच
लड्डू को निकाल कर अलग रख ले,
३.इन पांचो लड्डू
पर सिंदूर चढ़ा कर , गणपति पूजन करे
४. फिर एक कलश में एक लड्डू डाल ले
और साथ में चारो लड्डू को ले जाये , फिर
इसी मंत्र का उच्चरण करते हुए
कलश में जल किसी कुए से भरे, चारो लड्डू को कुए में फ़ेंक दे.
५, घरपर आ कर
इस कलश को स्थापित करके पूजन करे
अब इसके सामने १००० मंत्र करे ,
६, अब आप
एक दो /तीन जितने संभव हो ब्राहमण
को सम्मान पूर्वक बुला कर
पूर्ण आदर के साथ
भोजन कराये .
७, जप के समय कोई भी आसन ले सकते हैं
८ कोई भी माला / समय का भी कुछ नहीं
हैं , वस्त्र किस भी
रंग के
हो सकते हैं वेसे साधरण तः नियम तो
यही हैंजहाँ पर इनसबके बारे में
कुछना दिया हो उसे पीला
रंग का ही माने .
यह प्रयोग कई
जगह आया
हैं पर इसे एक
बार मनो
योग से करके देखें तो सदगुरुदेव
के आशीर्वाद से आपके धनधान्य में कोई कमी नहीं
रहेगी .....
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Every day we are getting the news of coming recession / mandi and we
are very worried what will happen to our
job , about our
home,, and about wife and children, and every
top one assured saying that
have faith nothing worst will be expected,, but we already know
the reality, is there any sadhana
which gives us security .. yes
Upnishdkaar says that ann is
brahm , and the basic minimum need is “roti kapda
aur makan “ here also roti comes
first and many person
really struggling hard for hand to mouth.
To have very
big aim ,is also justified if we
have little bit
such a security, since basic
minimum need of body also needs to be
fulfilled,
As
you all are aware that the first
such happiness is having the
healthy body , that does not means only that dieses free life but
little bit more than that.
Which swarup /form of mother divine who are
fulfilling the basic need of every
one, and that is annpurna sadhana that is also another form of ma Parvati,. This
form is having so much power
than once she herself give bhiksha to bhagavaan
shiv, even the city of kashi/banaras still consider under the lordship of ma annpurna and its believe that no one
can sleep empty stomach there, and
truth has been verified many
prominent personality like vaam
khepa to adai shakarachary.
Sadgurudev also mentioned about his
sadhana in that he mentioned a yogi named
swami shivanand , and he
said that all the ten maha vidya is
self siddh to the person, once a person get siddhi in this
sadhana and a way to siddhashram is cleard
,,
How many person are able
to complete this sadhana of with
full devotion,
Keep it in mind this , here one such a small prayog,
that will always gives its
blessing so that all type
material happiness available in
your home.
And here Is the opportunity
if just doing this
prayog the security of your domestic life is secured than,,,
Mantra :
Om namo aadesh
guru ko ,gajanan veer vase masan ,ab to riddhi ka vardaan
Jo jo mangu so so aan ,pancg sindur haat
baat ki
Mati masan ki shesh
riddhi siddhi hamre pass pathev
Shabd sancha furo mntra ishwaro vaacha||
The general rules are as follows,
Offer foods to some needy people
And in that laddu will be one
item(must)
Before offering the food
to them take out five laadu
a side, apply sindur to them
and do poojan of lord
ganpati of them.
Put one laddu in kalash and while chanting fill the water in that kalash from any well
and throw remaining four laddu to that
well,
Have sthapan of this kalash
and do poojan and also do jao p of 1000 times the mantra
and after that offer food
to some Brahmin ,
There is no restriction of mala
aasan and other things , but if
possible where theses items
has not been given than yellow colored dhoti .aasan can be consider
good.
And with the blessing of Sadgurudev
the financial security of your
family will always be financially
healthy .
****NPRU****
thanks bhai, for publishing this important sadhna :)
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