जीवन हैं तो सुख दुःख तो लगा ही रहेगा , आप एक से मिल कर निकालो तो दूसरा आपके घर के ठीक सामने बैठा ही मिलेगा आप कब तक बचोगे , यूँ कहाँ भी गया हैं की "हानि लाभ जीवन मरण जश अपयश सब विधि हाँथ " पर कहना तो आसान हैं पर जीवन की सच्चाई से भी कैसे मुंह मोड़ सकते हैं , और इन्ही कुछ कडवे सत्य में में एक हैं दुर्घटना ,,,पर इसे किस तरह से देखा जाये ...
दिन
पर दिन बढ़ रहे वाहन और जीवन की आप धापी में यह स्वाभाविक
हिं की हम किसी भी दुर्घटना के शिकार हो जाए यह
भी दो प्रकार से हो सकती हैं एक तो मानसिक और दूसरी
शारीरिक दुर्घटना,, पर
जब शरीर पर कोई छोटा सा भी घाव हो
जाये तो उसका ठीक हों बहुत जरुरी हैं
वहीँ
कुछ लोग के शरीर गत न्यूनता के कारण घाव भरने में कहीं ज्यादा
समय लगता हैं ,, तो
उन सभी बात के लिए और आपरेशन और अन्य किसी भी कारण से
बने घाव को जल्द से भरने के लिए यह एक सरल सा प्रयोग
जो की साबर मंत्र पर आधारित हैं आप करके देखें.
पर यह सरल तो हैं , पर साबर
मंत्र के सामान्य विधान के अनुसार
किसी भी शुभ दिन /पर्व पर इसे
जप कर ( 5/11 माला) और कुछ हवन (कम
से कम 16 आहुति ) कर के सिद्ध कर ले और फिर जहाँ भी घाव हो उस पर इस मंत्र
को ११ बार पढ़ कर फूंक मार दे ,
तो निश्चय की घाव के ठीक होने
की गति कई गुना होगी तो जब तक आपको लगे की इस प्रयोग
को करना हैं आप इसे करते जाये ...
आज
के समय में इस प्रयोग का अपना ही एक महत्त्व हैं
मंत्र :..
सार सार विजय सार सार बांधू सात
बार |
फटे न अन्न न उपजे घाव
|
सीर राखे श्री गोरखनाथ |
शब्द सांचा ,पिंड कांचा | फुरो मंत्र
इश्वरो वाचा |
सामान्य
साबर मंत्र से सम्बंधित जो भी नियम आवश्यक हैं वह पालन करे और
इनके बारेमे हमने तंत्र कौमुदी के साबर तंत्र महा
विशेषांक में विस्तार से दिए ही हैं .
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When
there is a life than its quite natural to
feel ups and down and positive/ negative ,
happiness / sorrow you cannot escape
from other side if you accept any one side . And
the same time we can not avoid the bitter truth of
life, and one of those truth is accidents.
So
many vehicle are day by day increasing on the road and there are
various reason ,that are responsible for increasing
the number of the accidents on the road , and the accidents
are of two type first is mental and other is physical
,here we are talking about physical one.. if any wounds comes/arise because
of any type of accidents than its healing is the most
important things.
Sometimes
due to lack of some elements in
our body. theses wounds often get much times to
heal that and not only that but also any
wounds arise because of any operation can
also be easily cured and early get
heal , this is very simple prayog based on the
sabar mantra .
Of
course, This is easy prayog but if you follow the general
rules applicable for any sabar sadhana than it would be
much better . and on any auspicious day do
some jap (5/11 mala ) and offer some aahuti (at
least 16 ) by this mantra than where
is any wounds simple chants this mantra
11 times and apply the air coming
out of your mouth over that wounds
(phoonk) on that , and you will find the speed
of its healing would be much faster.and repeat this
prayog till that satisfactory result you will feel,
Mantra:
Saar saar vijay saar saar bandhu saat
baar .
phate na ann na upje ghav
.
seer raakhe shree gorakhnath
,
shabd sancha pind kancha
,
furo mantra ishwaro
vacha .
Follow
the very general rules that are mentioned in tantra kaumudi “sabar tantra Mahavisheshank “
****NPRU****
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