Monday, July 11, 2011

relese notes-Tantra kaumudi Sabar Tantra Mahavisheshank

प्रिय मित्रों ,
 आप सभी  यह तथ्य  भली भांति जानते हैं की  इस अंक को  एक माह पहले  ही   प्रकाशित हो जाना  चाहिए था, पर लगातार घात प्रतिघात ओर कुछ षडयंत्रो  के कारण समय सीमा पर संभव नहीं होने के कारण , हमने इस अंक को ब्लॉग पर देना ही उचित समझा ओर 9  लेख   पोस्ट के रूप में आपके सामने ब्लॉग  में साबर  तंत्र महाविशेषांक पार्ट -१  के रूप में रखा था. 

शेष  भाग भी हम  इसी तरह देने  जा रहे थे .  हमसभी  अगले  महाविशेषांक सौन्दर्य तंत्र और  काया कल्प  तंत्र  महाविशेषांक की तयारी में लगे हुए हैं .
यह अंक भी इसी माह के अंत में प्रकाशित कर दिया जाये
पर आप सभी के लगातार इ मेल प्राप्त हो रहे  थे की  पीडीऍफ़  फाइल के रूप में ही  यह अंक  आप चाह रहे हैं.
 तो मित्रो  यह अंक आपके सामने पीडीऍफ़ के रूप में ही आ रहा हैं

, इसमें हमने  थोडा सा  परिवर्तन किया हैं  वह  यह, की जो   लेख  ब्लॉग में अफ्ले ही आ चुके हैं (केबल सदगुरुदेव प्रसंग को छोड़  कर ) उन्हें  पीछे रखा हैं . तथा  सभी  १२ नए लेख  सदगुरुदेव प्रसंग के  एक दम बाद से लगातार हैं .

 आपको यह अंक कैसा लगा  यदि समय हो तो अपनी प्रति क्रिया से हमें अवगत कराएँ.
 हम आज दिन के 12 बजे से यह अंक आपको भेजना प्रारंभ कररहे हैं , यदि आपको सायं ७  बजे तक  नहीं मिल पाए  तो  हमें सूचित करे. 
इस मेल id  पर . nikhilalchemy2@yahoo.com
आप सभी के स्नेह के साथ ..    
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Dear Friends,
As you all are very well aware that  this  issue of  tantra Kaumudi  had  to be  released about a month earlier but  because of so many  false allegation and  other threat like situation , we have already decided at least this issue be released as a blog  post, and in this connection , we  posted  first part of  Sabar tantra Mahavisheshank , and  about to  publish  second and last part of that  issue.
 As we are continuously  working on next issue “Soundary Tantra and kayak alp  Tantra mahavisheshank”.that also been released  at the end of this month
But so many mails we are continuously  getting  regarding  this “Sabar Tantra MahaVisheshank” ,  Most of you  ask us   that this issue too  be in the form of pdf file.
 So  keeping in view of your  suggestion, here is now Sabar tantra mahavisheshank  is publish now as a pdf file.
 We have made a little change , that is , already published  9 articles (post) are kept  in last in the  pdf , and all the new 12 articles are  in  series  just after Sadgurudev prasang in the beginning .
 From today after 12 .. Pm we are going to send this  issue to all of you , and if till 7 PM you will not receive  the issue , than plz do send us mail on this mail  id. nikhilalchemy2@yahoo.com
If you have a time than do  write  to us regarding how you like this issue. 
****NPRU****

5 comments:

Sachin said...

जय गुरुदेव
यह सन्देश उनके लिए है जिन्हें तंत्र कौमुदी 5 प्राप्त नहीं हुवा .
कृपया http://tech.groups.yahoo.com/group/nikhil_alchemy/ यहाँ पर sign in करके Attachment' में जाकर डाउनलोड करे

Only Ayurveda said...

hariom prabhu
please tell me about kirkira & haldiya vish

Tanweer .............Following the shadows said...

The Sabar Vishesank edition of TK is awesome. Perfect.....
No words to describe more
Just best !!!!!

ashok yadav said...

जय गुरुदेव,
भैय्या, साबर विशेषांक काफी अच्छा लगा क्योंकि साबर मंत्रों के बारे में और उन्हें सिद्ध करने के पहले क्या क्या process या छोटी छोटी बातों का ध्यान रखना चाहिए पहली बार पता लगा ऐसा कहीं भी देखने या पढने को नहीं मिला बस ये साबर मंत्र है इतना जप लो very easy.....यह ज्ञान तो स्वर्ण दे कर भी नहीं मिल सकता हम लोग तो lucky है की घर बैठे ही आप लोग की अथक परिश्रम से आसानी से मिल जा रहा है अब हम न करे या सीखें तो किसका दोष......आप ने जो गुटिका निर्माण की बात लिखी है मेरे दिल में पारद विज्ञान को सीखने की desire को जगाया है क्योंकि मेरा पारद में interest बहुत कम था लेकिन साबर मंत्र मुझे अपनी ओर आकर्षित करते हैं......i hope in future we will get more knowledge abt sabar tantra..........Ashok

rahul, Pune said...

Dear Brothers
Arif, Anu and Raghunath Nikhil

This Sabar Vishesank is indeed very good and informative.
Can u tell us where can we get the picture of Godess Asawari

Thanks