योगिनी शब्द से
हम में से अधिकाश भय ग्रस्त से हो जाते हैं , पर
ये तो ,अनेको ने इनके बारे में
जो भी सुना सुनाया लिख दिया ,,
खुद का स्वानुभव कितनो का था , और जिनका
स्वानुभव था , वह तो चुप साध के बैठे रहे
वह जानते थे की इनके बारे में बोलना ठीक नही हैं क्योंकि
एक तो लोग मानेगे नहीं दुसरे क्यों इस सर्वोच्च स्तर की साधना
को क्यों सामने लाये ,
तंत्र जगत में चौसठ तंत्रों की बात होती हैं
तो क्या चौसठ ही तंत्र हैं , नहीं
नहीं यह तो शाक्त मार्ग का वर्गीकरण हैं अन्य सम्प्रदाय में अनेको और
तंत्र हैं. डामर और यामल ग्रंथो को मिला कर साथ ही साथ
यदि उप तंत्रों को भी मिला लिया जाये तो इतनी बड़ी संख्या बन जाती हैं जिसे देखकर ही हमारे मनीषियों पर गर्व
होता हैं,पर इन्हें सुरक्षित रखने का
प्रयत्न तो क रना ही चाहिए ही ..
पर इनको अपने जीवन में उतरना कभी ज्यादा लाभ दायक होगा ,
और स्वयम जान सकेंगे की इनकी वरदायक क्षमता के बारे में
,,
योगिनी इन तंत्रों की आधिस्थार्थी हैं इसका मतलब तो
यह हुआ की इनके माध्यम से आप तंत्र जगत के अनबुझे रहस्य ही जान
सकते हैं ,, आखिर कब तक आप
मात्र वशीकरण ,और मोहन जैसी क्रियाओ में अटके
रहेंगे, आखिर कभी न कभी आपको इस में आगे बढ़ना हैं
ही तो क्यों नहीं अभी कदम बढ़ाएं.
जिन्होंने भी सदगुरुदेव भगवान् द्वारा निर्माणित "
षोडश योगिनी साधना " cd तो एक बार
सुन कर देखें तो सही फिर वह स्वयं ही कहेगा कि सद्गुरुदेव
भगवान् ने इस एक ही cd में कितना ज्ञान भर दिया हैं, इस साधना की
उच्चता पर हम क्या लिखे यह तो आप स्वयं ही उस
cd को सुन कर जान कर प्राप्त
कर ले .
पर यह चाहे प्रेमिका माता या बहिन जिस भी स्वरुप में सिद्ध की जाये या इनकी
अनुकूलता प्राप्त कर ली जाये तो जीवन की कौन सी परिस्थितियां
आपके लिए फिर कठिन हो सकती हैं .
प्रेमिका
स्वरूप में हमेशा ध्यान रहा जाये,
वासनात्मक दृष्टी से इन्हें देखना
या व्यवहार करना उचित नहीं हैं , हाँ स्नेह और विशुद्ध प्रेम की बात कुछ और हैं ,
पर यहाँ यह साधना इनके भगिनी या बहिन स्वरुप में की जाने वाली
हैं .
आपके
जीवन की अनेको परिस्थितियां तो इनके वरदायक प्रभाव से
स्वयं ही अनुकूल हो जाती हैं एक ऐसा ही प्रयोग आप सभी के
लिए ,आपके समस्त कार्यों को सफलता दिलाने वाला
और साथ ही साथ इनके वरदायक प्रभाव को आपके लिए संभव
करने वाला आपके लिए ..
मंत्र ::
ॐ चंड योगिनी सर्वार्थ सिद्धिं देहि नमः
साधारण साधनात्मक नियम :
1.
जप के लिए
काली हकीक माला ले .
2.
किसी भी शुक्र वार से यह साधना प्रारंभ
की जा सकती हैं
3.
दिशा आपकी उत्तर पूर्व रहेगी
.
4.
साधना के समय पहने
जाए वाले वस्त्र और आसन लाल रंग के होंगे
5.
रात्रि
मे ११ बजे के बाद इस मंत्र का जप प्रारभ करे .
6.
११ माला मन्त्र जप १ हफ्ते ( कुल
सात दिन ) किया जाता हैं .
तक करने से सभी प्रकार के कार्यों मे सफलता के लिए चंड योगिनी भगिनी स्वरुप मे अद्रश्य रहते हुए सहायता देती है.
आजके लिए बस इतना ही .
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Many of us generally
get fearful ,when herd the name of yogini sadhana. But these sadhana
are.., majority of the writer , just wrote about them for the sake of writing
,how many of them have real in person experiences. And those who
has real direct experience, have kept silence, reason would be either people would
not believe them or why to reveal such great sadhana between
common person.
There are enough writing regarding 64
tantra, are there are only 64 tatantra ?, no no this is
not true,, this the classification based on
shakt tantra, in other sect and we if includes damar
and yamal tantra than theses list can be much
much lengthy.
This is the things for getting
proud that what our scholars provide to all of us. and its our
duty that we should try to protect this.
Instead of just knowing , if we get successful in this
sadhana than it would be much much better. We will have
direct experience.
Yoginies are the ruler of tantra that
simply means if have blessing of them or with the help
of them you can learn any tantra in which you are
interested….. after all, how long you are just be
stand between maran and mohan.. when , in any day you
have to move forward than why not today.
Those who have listen ”shodas yogini sadhana” cd
can easily understand that how much valuable gyan ,Sadgurudev
bhagvaan stored in that , what we can say more, you can listen yourself.
Theses yogini can be siddh as a mother
, sister or as a lover. In the lover sense, always keep in our mind
that there should be no physical gratification/sexual thought should
be in our mind, , yes if having purity of sneh/love that is another
case than on that level no need for physical
realtion.
Here this Sadhana can be done ,
consider yogini as your sister,
Many of the obstacles problems already get
solved through her blessing, success can be get in any field, have
a taste of success through this sadhana.
Mantra :
om chand yogini
sarvarth siddhim dehi namah||
General sadhanatmak
rules:
· Jap can be done through
black hakik mala
· Sadhana can be started
on any Friday.
· Direction would be northeast
facing.
· The clothes and aasan
would be of red color.
· Start the
mantra jap after 11PM(night).
· This sadhana is of
7 days .
After having
success on this sadhana, this yogini help you in every
work though she will be invisible,
This is enough for today.
****NPRU****
4 comments:
Will have to definitely try the sadhana. Thanks for posting such a useful sadhana.
Read your this months magazine. Found a very useful sadhana which is useful in our daily life Vani Soundarya sadhana. Thank you for posting such a powerful gopniya sadhana.
Namasthe,
I want to do some yogini sadhana so that will guide me to the next level of sadhana. Thanks for informative post
how many time i have recite this mantra?
11 rosaries for 7 days
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