Wednesday, November 20, 2013

विभिन्न कार्यों के लिए शाबर मंत्र


स्वात्मारामः कलितरमण: पुन्यभाजाम मुनीनां,
विभ्राजन्ते सवंकर्मणि दिव्य्देवाश्च यत्र ||
चैतान्योऽयं परमगुरुणा तेजसा चायनीय:,
वंदेऽहं सिद्धसंघं निखिलं परिगतम भावगम्यं सदैवं
||

उन समूह के एक मात्र विश्राम स्थल, परम पावन सिद्धाश्रम जहाँ यज्ञादि शुभ कार्यों में इन्द्र आदि देवगन भी पानी उपस्तिथि की कामना करते हैं, परम पूज्य गुरुदेव श्री निखिलेश्वरानंदजी की सतत उपस्तिथि से जो भावित और तरंगित है, उस सिद्धाश्रम को मैं स्नेह पूर्ण ह्रदय से नमन करती हूँ |

भाइयो बहनों साबरमन्त्रों के चमत्कार से आप सब अपरिचित तो हैं नहीं, अनेक भाइयो बह्नों ने इसे किया भी है और रिजल्ट भी देखे हैं. इसके पहले भी अनेक लोग इन साधनाओ को दे चुके हैं हमने भी ब्लॉग के माध्यम से दिया है परन्तु नए जुड़े हुए भाइयो के लिए एक बार फिर मैं उन साबर साधनाओं को दे रही हूँ जो दैनिक जीवन में अति उपयोगी होने के साथ ही अति आवश्यक है.....

साबर मन्त्र सीधे सादे सरल प्राकृत भाषा में लिखे होते हैं, देखने से पता ही नहीं चलता कि इन मन्त्रों में असाधारण शक्ति और चमत्कार भी भरा हुआ है, भगवान गोरखनाथ के समय से इन मन्त्रों की प्रसिद्धि हुई और कलियुग में तो ये मन्त्र अत्यधिक चमत्कारी और प्रभावशाली हैं, और तुरंत फल देने वाले हैं ......

सदगुरुदेव नेस्वामी श्री अवधूता नन्दजी महाराज जो कि साबर मन्त्रों के श्रेष्ठ्तम् जानकार थे

उनके मन्त्रों को अनेक बार पत्रिका में देकर जन सामान्य को लाभान्वित किया है, कोई साधना सामग्री कोई विशेस विधान, बस एक विशिष्ट समय में जप ही करना है......

सबसे बात है कि इन साधनाओ में तो विशेस विधि विधान की आवश्यकता है और ही किसी कर्म कांड की, इन साधना कि विधि सरल होने के साथ शीघ्र फलदायी भी है..... अतः किसी भी वर्ग के व्यक्ति कर सकते हैं
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- कार्य सिद्धि मन्त्र-----

विधि- किसी भी रविवार से प्रारम्भ कर सकते हैं, लाल धोती, लाल आसन, दक्षिण मुख कर सामने लोभान जलालें और मूंगा माला से सवा लाख जप करें तो व्यक्ति के प्रत्येक सोचे हुए कार्य आसानी से होने लग जाते हैं और कभी-कभी तो छोटे-छोटे कार्य तो मात्र पांच माला से ही संपन्न हो जाते हैं
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मन्त्र ह्रां ह्रीं ह्रूं ह्रौं ह्र: -सि---सा नमः स्वाहा

“Om hraam hreem hrum hraum hrah a si-aa-u-saa-namah swaha”

2-
वशीकरण मन्त्र----

विधि- एक लाल कनेर का पुष्प लें और अपने सामने रखकर एक हजार जप करें, इसमें भी लाल आसान लाल धोती और मूंगा माला ही उपयोग करना है वशीकरण साधन में पूर्व दिशा का प्रयोग करना चाहिए .

जब मन्त्र जप पूरे हो जाएँ तो फूल सम्बंधित व्यक्ति को स्पर्श कर ले तो वह निश्चित ही वश में हो जाता है, या यदि वह व्यक्ति आपके पास उपस्तिथ हो तो उसकी फोटो के साथ ही उस फूल को बांधकर रख देना चाहिए तो भी ये प्रयोग सफल होता है.....

मन्त्र
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अरे मोहिनी अमुकं मोह्य-मोह्य स्वाहा’ |

“Om are a r mohini amukam mohya-mohya swaha”|

यहाँ पर अमुकं की जगह पर सम्बंधित व्यक्ति का नाम लेना चाहिए.....

भाइयो बहनों वशीकरण का तात्पर्य ये नहीं है कि इसे गलत जगह ही प्रयोग किया जाये और सच भी यही है यदि आप गलत मकसद से इसे संपन्न करेंगे तो सफलता पर प्रश्न चिन्ह लग सकता है, किन्तु वजह उचित हो.... वर्तमान समय में शत्रु बाधा, ऑफिस की समस्या, आपके कार्य स्थल कि समस्या आदि का निराकरण आसानी कर सकते हैं
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3-
धन प्राप्ति मन्त्र----
इस मन्त्र का जप भी सवा लाख करना है, पीला आसन, पीली धोती, उत्तर की तरफ मुह कर बैठे सामने घीं का दीपक जला लें और स्फटिक माला या सफ़ेद हकिक माला से जप प्रारम्भ करें, इस साधना को शुक्रवार से शुरू कर सकते हैं, पूर्ण श्रद्धा भाव से साधना की जाये तो अवश्य ही किसी उचित माध्यम से धन की प्राप्ति होती ही है, ये मेरा अनुभूत प्रयोग है....
मन्त्र
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अरहंत, सिद्ध, रि , उवज्भं सव्व साहूणं” |

“Arahant, siddha, aa I ri ya, uvaajbham savva sahunam.”

भाइयो बहनों पूर्ण श्रद्धा भाव ही हमारी इक्षा शक्ति को बढाती है और यही इक्षा शक्ति हमें प्रत्येक साधना में सफलता प्रदान करवाती है, तो अपनी इक्षा शक्ति को बढाइये और साधना में सफलता भी पाइए इसी कामना के साथ..... 


निखिल प्रणाम..
जय सद्गुरुदेव..

****रजनी निखिल****




****NPRU****




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