Sunday, October 9, 2011

A sabar mantra remedy for special problem for our sisters


मानव  जीवन  की एक से एक विविधताये  हैं , और शरीर गत विशेषताए  भी हर व्यक्ति  की  एक समान  नहीं हैं, इसलिए स्वाभाविक हैं  की  जो  उपचार किसी एक  पर  लगे वह जरूरी  नहीं की दुसरे  पर भी पूरा   सफलता   पूर्वक असरदायक हो   ही , इस हेतु  अनेक  प्रकार के  उपाय  हमारे   ग्रंथो में आते हैं और एक कुशल आयुर्वेद्ग्य  या कोई भी चिकित्सक  अपने अनुभव के आधार पर   इसका  इलाज करता  हैं .
 पर क्या  हम अपने सारे रोगों के बारेमे बिलकुल साफ साफ कह सकते हैं, कुछ ऐसे  भी समस्या   होती हैं की शायद  हम भी हिचके , पर यह भी तो कहा गया हैं कि गुरु , ज्योतिषी ,चिकित्सक ,  शास्त्र , और तीर्थ  में  जिसकी जैसी भावना  हो उसे  वैसा   ही फल  मिलता हैं ,और जो इनसे अपनी बात छुपाता  हैं वह अपने लिए ही  समस्या  का निर्माण करता  हैं
पुरुष वर्ग  को भी कभी कभी ऐसी  कुछ  व्यक्तिगत  समस्या अगर  हो जाती हैं  तो वह भी सकुचाता हैं  तब  फिर हमारी बहिनों की कौन कहे , अनेको बार   उपचार दिए गए  पर  हमेशा   उनकी  कुछ व्यक्तिगत समस्याए  छुट ही जाती हैं,
पुरुषो  कि अपेक्षा   उनके शरीर गत  कहीं  ज्यादा  गूढता  इश्वर द्वारा   निर्मित  हैं , और इसी गूढता में एक  हैं उनके हर मास में कुछ  दिनों  में होएं वाली एक  शरीरगत प्रक्रिया ..
और  इस  परिवर्तन का  उनके शरीर गत और मानसिक  स्थिति पर काफी  प्रभाव पड़ता हैं ही , और इस  प्रक्रिया में किसी भी कारण से कोई भी  कमी या   विकार या समय में  आगे पीछे होने  से जो  समस्या आती हैं वह अपने आप  में एक  अलग   ही  विषय हैं, आज हम एक ऐसा  ही सरल  सा प्रयोग आपके सामने रख  रहे हैं  जो की  साबर मंत्र पर आधारित  हैं , और  हर महीने आने वाले इन  विशेष समय  कि शरीरगत प्रक्रिया  के समस्त दोषों को समाप्त करने  में  एक प्रमुख भूमिका  निभा सकता हैं .

 मंत्र :'. आदेश श्री राम चन्द्र  सिंह .गुरु  को तोडू  गांठ ,ओंगा ठाली तोड़  दू ,लाय तोड़ी   देऊ ,  सरित परित देकर  पाय. यह  देखि  हनुमंत दौड़  कर  आय ,अमुक का देह ,शांति वीर  भगाय ,श्री गुरु नरसिंह  की दुहाई   फिरै  ||

जहाँ अमुक शब्द आया हैं वहाँपर  जिसके  लिए  प्रयोग किया जा रह हैं उसका नाम बोले .
बाज़ार में मिलने वाल एक पान ले आये  उस पर मात्र तीन  बार यह मन्त्र  पढ़ कर , जिसे इस सम्बन्ध  में कुछ  बीमारी  हो उसे खिलाये , आराम होगा ..

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  There are many specialties  in human life/body ,and   the physical qualities of one  person also  does not match with other fellow . that is why its very natural that  what is beneficial  for a  person regarding any treatment  ,not necessary has  the same effect on other,   the pathy may be  any , but here is the experience  play  a major   role.
But can we  say openly  and very clearly  about all the diseases  what we are facing to .. there are some problem  for that we have  very  much hesitation even talk about them. But this also be said  that person will receive the as much as result as he has  the faith  in guru  , holy book, holy places , doctors , astrologer.  And whosoever hide the   problem to them , will create  a  problem  for  himself.
Even man  may  face   problem  to speak or express openly regarding  some very personal disease,  than what we can say  about our   sister’s  problem. We have  given many  upay, but  still  some  very needed  one  are lacking.
Compare  to man , woman have  more complexity in her physical body  and one  of that , is   a very special time cycle  period   that comes every month  to them. And  if there is any problem  regarding that   than this will create  not only physical problem but  mental or emotional too. Her e is the  one very simple prayog  if you do than definitely will have  some relief  .

 Mantra : aadesh shri raam chandr sinh ,guru ko todu gaanthh,onga thhali tod du , lay todi deeun, sarit parit dekar pay,yah dekhi hanumant doud kar aay ,amuk ka deh ,shanti veer bhagay, shri  guru narsinh  ki duhayi  phirai ||

Here on the place of amuk , mention  the person name  for that  this  prayog is   doing/applying . Application of this  prayog is  very simple  take  a “paan”(betel leaf) from the market and  do abhimantrkaran on that paan by chanting the mantra only three times  and asked   the  person -concerned  to eat,  and this simple process provide her  very much relief. 

****NPRU****

2 comments:

Unknown said...

yah prayog kitne baar karna hai. paan konsa upyog karna hai sada ya sipadi chuna kathha wala. or kis samye suru karna hai mahina aane se pahle ya baad.
plse give answer

Unknown said...

aapne answer nhi diya