जीवन में अनेको ऐसी
कठिन स्थितियां हैं और
अगर दूसरी दृष्टी से देखें तो क्या सभी
स्थिति के लिए एक ही बात
एक ही उपाय
ही करेंगे , मैं उदाहरण
से कहूँ की कुछ
लोगों को बुखार हैं तो
क्या चिकित्सक सभी को एक ही दवाई
और एक ही dose ,हर परिस्थिति में देता हैं ?? नहीं न ,ठीक इसी तरह से भले
ही एक ही समस्या
हो पर सभी के लिए एक
ही साधना ही उपयोगी
होगी , नहीं..... न .....इस लिए अनेको बार
किसी एक ही समस्या के लिए अनेको साधना
दी जाती हैं ,क्योंकि कुछ
के मन में आ सकता हैं
की लीजिये फिर
उसी समस्या के लिए एक और नयी
साधना .
एक और बात आप सभी
के सामने हम रखना चाहेंगे , जो हमारे कई गुरु भाई बहिनों
ने पूछी
हैं इनमे हमारे प्रिय गुरु भाई अमित खन्ना जी ने
कुछ प्रश्न हमसे पूंछे हैं
कि क्या एक साधना का
प्रभाव सारा जीवन भर नहीं होता
?
क्या एक बार साधना
सफलता पूर्वक कर ली
तो क्या दूसरी बार क्यों करना चाहिए क्या
तात्पर्य हैं ?
क्या एक ही
समस्या के लिए बार बार अन्य
साधना क्यों की जाये ??
तो इन सभी बात
का उत्तर
यही हैं कि क्या
एक बार खाना कहने के बाद क्या
दूसरी बार पूरे जीवन में खाना खाने
की जरुरत नहीं होगी , अगर इस
प्रश्न का जबाब
यह हैं की नहीं , जरुरत तो पड़ेगी ही , तो यदि बात साधना
जगत के लिए भाई.... तो लागु
होनी न , साथ ही
साथ साधना का
क्या मतलब हैं???,,साधना में साधना से आपके जीवन में एक विशिष्ट उर्जा का संचार कर देती हैं अब उसे आप जो
चाहे सो नाम दे , पर उर्जा
को हम कैसे स्थिर रख सकते हैं ??,
दिन भर के हमारे असत्य . दोष पूर्ण काम , विभिन्न विचारो के
कारण यह पल प्रतिपल
खर्च होती जाती ही
हैं , तो
साधना उर्जा का भी
असर भी कम हो जाता हैं , इस कारण एक बार के बाद दूसरी
या कोई अन्य साधना फिर भले
ही वह्बार बार लक्ष्मी साधना
ही क्यों न हो
करना चाहिए .
यह एक दिन का
सौदा तो नहीं हैं बल्कि
साधना तो एक नया जीवन
जीने की शेली हैं ही ..
अब जितने भी प्रयोग
दिए जाते हैं वहां यह मतलब नहीं
हैं की सभी को आप करें ही ,
बल्कि जिसे ,जो भी अच्छा लगे ,अपनी परिस्तिथियों के अनुसार ,
वह जिस भी प्रयोग को अपने लिए सही
समझता हैं , उसे
करे .
तो जीवन में सभी प्रकार
का आपको लाभ मिले , सभी प्रकार की अनुकूलता मिले , अनेको प्रकार की शुभता दे सकने में
समर्थ यह प्रयोग हैं तो छोटा सा
हैं पर यदि इसे कोई अपनी दैनिक पूजा में शामिल भीकर लेता हैं तो उत्तम हैं
मंत्र :
ॐ क्षीं क्षीं
क्षीं क्षीं क्षौं
फट ||
अब इसके लिए कोइ विशेष नियम नहीं हैं
जितना अधिक से अधिक इसका जप कर लिया जाये उतना
ही अच्छा हैं , फिर
भी किसी भी विशेष महूर्त
में 5/10
माला जप और भी लाभ दायक होगा , यह मंत्र
अनेको ग्रंथो में आया हैं
, और बहुत ही
प्रशंशा प्राप्त हैं
आज के लिए इतना
ही
****************************************************************************** There many difficult situation comes in our way of
life and if we see them through very different view/angel than can
we apply same solution in each
and every problem?
Here for example , if
many people are suffering from
fever than a doctor will prescribe same
medicine and same dose to all
the person in all situation ?? like the same way even though the problem is same but considering different
different person ,the sadhana useful for them
are also different. Since many of
us may think , here is again a
new sadhana for same old problems.
we would like to place in front
of you some views.. about
the doubts , which has been
asked by many our
guru brother and sister
.specially our dear guru
brother Amit khanna ji , asked us some
question..
Is effect of any sadhana , will not
be effective for the rest of life / whole life??
When we have already successfully
completed any one sadhana,
than what is the logic
behind again doing the same sadhana again ??
Why to go for
diffenrt different sadhana
for the same problem??.
Here the answer of all that
question is , if once ,you have taken/eaten
food than rest of the life
you do not need to take that again ?? if
answer is no , we have
to eat many times, than the same
is applicable to sadhana field.
what is the sadhana means/does
, this
means through sadhana a specific energy enter in
your body, now you can free to name
that ,anything you like , but
how can we make that
urja stationery…? Due to
various false activity/wrong
action, and our thoughts this energy
get decreasing in each and every moments. That means our sadhana urja is also
decreasing. That’s why even one sadhana
you have successful completed but still you have to go for
other, so this fact is also applicable for any lakshmi sadhana.
This
is not a one day business
but sadhana is a way of life that you have to live
Here so many prayog are given but that does not means that you have to do
all, no… no… but whatever prayog or
sadhana, you think suitable
for you after considering
your circumstances do that..
Here this is very small prayog that
can give or induce many happiness and all round success
if you do
this with faith and devotion .
Mantra :
Om
ksheem ksheem ksheem ksheem kshoum phat .
And
there is no rules and
regulation that you need to
follow. But as much as jap of this mantra is helpful for you ,but on any auspicious mahurat
do jap of this mantra 5 or 10
mala , and that will give you more success., this is mantra comes/mentioned in various granth and found very effective.
This is enough for today.
****NPRU****
1 comment:
Pyare Guru bhaiyo ko pranam,
Mae aap sabhi sw kuch prashno ko utar chahta hon. Tantra Kamudi ke 7 ank me Vatalu bhoot sadhna hai aur woh 3 din ki hai, Par usme 101 ek mala ka jaap 3 dino tak karna hai. Mae ek Private sector mae hon aur itni der tak sadhna mae nahi beth sakta. Raat ko bhi mera phone bajta rehta hai aur mere phone uthna jaroori hota hai.
pl kya koi aur esi sadhna hai jo ghar me beth kar kam samay me ki ja sake....
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