Saturday, June 11, 2011

OUR PROJECT


प्रिय मित्रो,

आप सभी  के हमें इ मेल ,फ़ोन काल लगातार  मिलते रहते हैं की  हम  पारद  कार्यशाला में भाग लेना चाहते हैं (पर ये कार्यशाला क्या हमारे लिए पुनः आयोजित नहीं की जा सकती हैं , कुछ  तो हाल ही में जुड़े हैं उनके पत्र  तो  अत्यंत  ही भाव पूर्ण हैं ,सभी के मन की यही बात हैं की क्या कुछ ऐसा नहीं होसकता  की...)या   हम इस स्तर के अन्य विज्ञानं  को प्रायोगिक  रूप से सिखाना  चाहते हैं.

 . आप  लोगों ने लगभग  अपनी  इस सन्दर्भ मैं आने वाली समस्यायों  से हमें अवगत कराया  हैं ओर वह  हैं की समय पर आपको अपने कार्य  क्षेत्र (फिर चाहे वह  नौकरी हो या  स्व व्यवसाय ) उससे अवकाश मिल पाना,  साथ ही साथ यह संभव हो भी जाये तो जितने  दिन  का अवकाश चाहिए वह आज के व्यस्त   जीवन मैं  सभी के वश की बात नहीं ,..... साथ ही साथ कुछ  गुरु भाइयों ने यह  बताया की उन्हें  कुछ जानकारी तो हैं  पर उनके पास न उपकरण हैं न ही आज के इस युग  में किसी के पास  वह  जगह  जहाँ पर  वह ये सब प्रक्रिया  कर सके अपने प्रयोगों के परिणाम देख सके, ओर समझ सके की कहाँ  कहाँ  सही हैं .या कहाँ पर और सुधार  की आवश्यकता हैं .. 

 इस सन्दर्भ  में आपको यह बताना चाहूँगा की  परा लोकिक  क्षेत्र  में अनेको  विज्ञानं हैं , जैसे पारद विज्ञानं, सम्मोहन विज्ञानं, काल विज्ञानं, क्षण  विज्ञानं पर विज्ञानं , वायु विज्ञानं, सूर्य विज्ञानं, चन्द्र विज्ञानं  जो कालकवलित से  से लगते हैं ओर चूँकि यह विज्ञानं  प्रक्टिकल पर आधारित हैं  इसलिए  इन्हें तो किसी के निर्देशन में ही सिखा जा सकता हैं .  
इन्ही सब बातो को ध्यान में रखते हुए   NPRU  की  और से लगतार प्रयास जारी हैं ओर आज हमें आप सभो को यह सूचना  देते हुए बेहद हर्ष और प्रसन्नता हैं की हम   एक स्थान  जहाँ पर  इन विज्ञानं  को ह्रदयंगम  कररने के लिए   प्रयोग  किये जा सके , आप के लिए बनाए का प्रयास कर रहे हैं जो इस वर्ष अक्टूबर २०११  तक आप सभी के सुलभ हो जायेगा   सदगुरुदेव जी के आशीर्वाद ओर  जूय गुरुदेव त्रिमूर्ति  जीके आशीर्वाद से हम  इस सन्दर्भ में  काफी ठोस   प्रगति कर चुके   हैं  तथा मध्यप्रदेश  में एक ऐसा स्थान  आप सभी के लिए निर्धारित समय सीमा में उपलब्ध होगा ही.
 अब कुछ बाते ये हो जाये की  आखिर  यहाँ क्या  होगा .. तो बिन्दुबार जानकारी इस प्रकार हैं ..
(सबसे पहले एक बात पुनः स्पस्ट  कर देना चाहते हैं की यह कोई शिविर स्थल नहीं हैं / न होगा , न ही यह किसी भी प्रकार  की साधना  मंत्र या तंत्र से सम्बंधित  होगी / न ही करायी  जाएगी  न ही किसी भी प्रकार की साधन सामग्री  यहाँ पर आपको उपलब्ध करायी  जाएगी.
इस सन्दर्भ में सदगुरुदेव भगवान्  ने बहुत पहले ही  दिशा निर्देश  कर दिया था, कि तीनो पूज्य पाद  गुरुदेव सर्वश्री गुरुदेव नंद किशोर श्रीमाली जी, गुरुदेव श्री  कैलाश चन्द्र श्रीमाली जी,  गुरुदेव श्री अरविन्द श्रीमाली जी ही हमारे  गुरुदेव  होंगे ओर साथ ही साथ प्रमाणिक साधना  सामग्री को हम सभी के लिए उपलब्ध करने के लिए भी . केबल ओर केबल वे ही दीक्षा  देने के अधिकारी हैं  अन्य कोई भी अधिकृत  नहीं हैं . तो जिन भी गुरु भाइयों को दीक्षा  /साधन सामग्री / मंत्र या तंत्र से संबंधित साधनाओ के साधना   शिविरों में भाग लेना हैं वह केबल ओर केबल  पूज्य गुरुदेव त्रिमूर्ति  द्वरा आयोजित  साधना  शिविर में भाग ले तथा इस सन्दर्भ  में  जोधपुर या देल्ली  ऑफिस  में ही  संपर्क  करे ,
हम से किसी भी प्रकार  का इस बारे(दीक्षा / साधना सामग्री यंत्र माला के बारे ) में संपर्क  न किया जाये , ये बात हम लगातार  कहते आरहे हैं  ओर बार बार यह सब लिखने के पीछे यह मंतव्य हैं कि किसी  भी   प्रकार का व्यर्थ का विवाद /या अफवाह  को जन्म दे या   उन्हें हवा न अमिले. विगत कुछ समय से  ये बाते हमारे सामने अनेक व्यक्तियों के माध्यम से सामने  आ रही हैं  जबकि हमने ब्लॉग के शरुआत के समय से ही यह बार  बार कहते आ रहे हैं, और  फिर वह शिष्य   ही क्या  जो   सदगुरुदेव आज्ञा  से  ही मुकुर जाये ओर अपना  स्वार्थ साधने लगे. कृपया  आप सभी इस बात को बेहद  गंभीरता से ले )
१. यह स्थान  केबल ओर केबल गुरु भाई / बहिनों के लिए , जिन्होंने सदगुरुदेव जी से  या गुरुदेव त्रिमूर्ति जिसे दीक्षा प्राप्त क़ी हैं उन्ही के लिए उपलब्ध रहेगा,
२,  यहाँ पर पहले  १५ दिन  तक आपके रहने (आवास ) ओर  आपके लिए उचित साधक उपयोगी  भोजन  क़ी व्यवस्था पूर्णतया  निशुल्क  होगी .
३. आप जब भी आंशिक   अवकाश  अपने कार्य क्षेत्र से लेकर , यहाँ  पर  पूर्व  अनुमति  प्राप्त  करके  ही आ सकेंगे .
४. यहाँ कोई निर्धारित संख्या होना जरुरी नहीं होगा क़ी इतने लोग होने पर  ही  आपको अनुमति मिलेगी, एक  व्यक्ति जो इन विज्ञानं या विज्ञानों  को सही अर्थो  में सिखना चाहता  हैं  के लिए भी सारी सुविधां उपस्थित करायी जाएगी.
५, आप अपने प्रयोग  से सम्बंधित सामग्री पाने अपने साथ ला कर उसका प्रयोग करे  , यदि आप चाहे गे तो ही आपको इन विज्ञानं से सम्बंधित आवश्यक   उपकरण  ओर  पदार्थ  आपको शुल्क  देने पर यहासे  भी प्राप्त  होसकेंगे. .( आखिर  हम कितने लोगो को फ्री मटेरिअल दे सकेंगे ,हमारी भी अभी सीमा  हैं , तो फिलहाल  यदि आप कुछ पदार्थ जो किसी कारण वश नहीं ला पाए हैं , या आपको मिला  नहीं हैं उन सब के लिए तो शुल्क  लगेगा  ही )
मित्रो  अभी तो पारद  विज्ञानं के   विषय में बताना  चाहूँगा  क़ी पहले १२ संस्कार  ही यहाँ  पर  जो सिखना  चाहेंगे  उनके लिए संभव हो पाएंगे , अगले स्तर  के  संस्कार १३ से आगे .. के लिए तो एक कार्यशाला आयोजित  क़ी जाएगी , (उस कार्यशाला  क़ी घोषणा  हम ब्लोग के माध्यम से पहले  ही कर चुके  हाँ  उस पोस्ट में स्थान या समय अभी  नहीं दिया हैं ) उसके लिए  तो ब्लॉग पर पोस्ट का इंतज़ार करें , पर  जो भी अभी तक  हो चुके १२ संस्कार  को सिखना  समझना चाहते हैं  वे  लाभ ले पाएंगे,  पर थोडा सा इंतज़ार  करे यह  स्थान तो अक्टूबर २०११ तक ही  आप लोगो  के लिए  उपलब्ध  हो पायेगा .)

६. जो भी विज्ञानं आप सिखना  चाहे आपका स्वागत हैं ओर इस सन्दर्भ  में आपके  मागदर्शन के लिए  विशेषग्य  NPRU उपलब्ध कराएगी  .और यह मागदर्शन  पूर्णतयः  निशुल्क होगा ,अर्थात आपको कोई भी शुल्क नहीं देना होगा.  
७.आपके प्रयोगों के लिए सम्बंधित प्रयोग शाला , आप के  उपयोग के लिए  निशुल्क उपलब्ध होगी.
अत्यंत दुर्लभ लगभग ७००- ८०० ग्रन्थ  यह पर आप सभी के अध्ययन के लिए उपलब्ध कार्य जाने के लिए NPRU  प्रयास रत हैं ये ग्रन्थ केबल अध्ययन के लिए होंगे  होने  इनकी फोटोकॉपी  उपलब्ध नहीं करायी जाएगी. )
9  आज के समय में जब इन विज्ञानों (सूर्य विज्ञानं, काल विज्ञानं, क्षण विज्ञानं , हिप्नोटिस्म , चन्द्र विज्ञानं,  परा विज्ञान, वायु विज्ञानं )के बारे में  साहित्य ही नहीं उपलब्ध हैं तब इनके  सिखाने वाले  के लिए मागदर्शन करने वाले व्यक्तियों  को लाने  के पीछे NPRU यही उदेश्य  हैं क़ी  सदगुरुदेव का सपना  हैं  सारी विद्याये पुनः एक बार इस धरा स्थापित  हो  बस उसी सपने को साकार कर सकने  क़ी दिशा में हमारे  द्वारा   यह एक छोटा सा कदम हैं ...  

 मित्रो ,आपसभी के लगातार बढ़ते हुए स्नेह से अभिपुरित हो कर  हम यह करने जा रहे हैं, आपस केबल यही विनम्रता से  यही प्रार्थना  हैं क़ी आप सभी सदगुरुदेव जी के  द्वारा   दिए गए लक्ष्यों क़ी पूर्ति के लिए आगे आये ओर इन विज्ञानों  को एक सच्चे शिष्यों  क़ी तरह सीख कर  न केबल  अपना  ओर अपने माता  पिता बल्कि कहीं इससे भी विराट हमारे  सदगुरुदेव जी का  स्वपन  पूर्ण करने  क़ी दिशा में आगे बड़े . साथ ही साथ  जब गुरुदेव त्रिमूर्ति जी का  हम सभी शिष्यों के  लिए आशीर्वाद  तो सर्व सुलभ हैं ही .  तब अब रुकना  कैसा......
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Dear   friends,
 We are continually receiving your call , e mails mentioning that we are  very much  interested taking part in parad  Sanskar workshop, (will it not b e possible that  again such  type of workshop again organized  for them. Some guru brother who  recently  join us in blog , their mails  are full of emotion, all are having the same desire that ….) we all are  having much interest  to learn theses science..
Many of you already inform us reading problem facing  by them  related to arrange  leave from (either their work place or  from job) from so much duration . but they are very much interested to learn theses sciences. Some inform us that they are having some knowledge   but where they can do  the practical and neither they have appropriate apparatus/instruments, so they can do their practical and assure  that still here they need to work more , or here they  need to learn more.
Here I want  to inform  you  that there are many science in this occult world,  like parad vigyan, hypnotism, kaal vigyan, kshan vigyan, Chandra vigyan, nakshtra vigyan and now a day  no body here available who can provide guidance to learn theses  science. And since these  science  based on practical way  so a guidance is must.
 Keeping all theses facts in mind NPRU working in the direction , and now we are happy that  , we progressed in this  direction much, and we are  arranging a permanent place for all of you who can learn practical theses sciences, available to you all till October 2011. With the blessing of Sadgurudev ji and Poojya paad Gurudev trimurtiji, in Madhya Pradesh (india) we    are much closer to  a make it concrete , within in the time frame mentioned  above.
Now the question remains what will be happens there. So here are some of the points….
(but moving  that  it’s the right place to make it again very clear that, this place  will not be any sadhana shivir .nor it will be.  Here sadhana related  to mantra /tantra will not be  done, and no yantra mala will be available from here.
 In this connection Sadgurudev Bhagvaan already make it very clear that  only  Gurudev shri Nand kishore shrimali ji , Gurudev shri kailash Chandra shrimali ji , Gurudev shri Arvind shrimali ji alone are authorized for giving any Diksha, and  Gurudev to all of us.
So guru brother /sister who are interested in Diksha / mantra tantra sadhana related shivir / or getting any yantra mala  he should take part  in sadhana shivir organized by  Gurudev trimurtijis , you can contact  at jodhpur /dehli office.
 Please do not make any contact  to us here in NPRU, relation to any sadhana material yantra mala etc / or for Diksha , we are continuously repeating the same word  from the beginning, and only reason behind that   no rumour or  false allegation  posted on us. Neither any supported wind  available to any such base less thing. From last  some times so many  such baseless things coming/reaching to us from various person, here in the blog we are  in the start  mentioning that.
And  what type of shishy any person became  if he not  follow the Sadgurudev agya in this connection ,and  became selfish , please are of you keep in mind this fact very seriously.
1.     This place will only to be available  those ,who  have taken Diksha from  Sadgurudev ji  / Gurudev trimurtiji .
2.     On your arrival first 15 days  the  lodging and food service will be completely free.
3.     Whenever you have time or taken leave from you office, and getting pre permission from NPRU , , can come here.
4.     There may not be any restriction that  till a fix   number of person required reached  than .. no …no… if a single person having true desire to learn this sciences /theses sciences every thing will be arrange for that single fellow  .
5.     If you have required  material and instrument  needed for your practical can come here, and make practical ,if not  or having lacking of  any material  , that can be purchased from here with  cost(means you have to pay for that.) this is beginning and its our limit  that free material  can be provide to  how many? ,, so if any material what which you have not get . or  availavle  in your place if purchased from  than  only you have to pay.
Friends, regarding parad vigyan  I would like to provide info that  only first 12 sanskar will be available for learning here, since for next Sanskar from 13 onwards we will again  organized  a workshop , in this connection we already post   in blog  yes it is true that  in that place and time  not mentioned, you have to wait for   a new post when that will be organized, but those who are interested to learn  firat 12 sanksar ,  they can use this place facility, but have to wait  till oct 2011.
6.any above mentionedsceince , if you want to learn than  related guidance will be made available to you by  NPRU ,  that too free of cost. Mean s you  have to  pay  nothing .
7.  using of lab facility  reading your  prayog/experiment will be  completely free to  you.
8. NPRU are trying to arrange   approx. 700 -800 very rear granth/books on theses topic  for you reading purpose only at  lab,  yes…. you cannot get  any of the book as a photo copy for your personal need , that is only  for reading.
9.in to days era when people are not aware of science like  surya vigyan, Chandra vigyan, kaal vigyan, parad vigyan, hypnotism, vayu vigyan, para vigyan, and  very hard to arrange related book on theses subject, NPRU has only aim to   arrange all theses on a place that  our beloved Sadgurudev ji has a dream that  again all theses science make easily available to  all, and we are here in NPRU working on that direction . though this is small step but concrete one…..
 Friends, behind all theses effort your continuously  increasing  support  and sneh/love is one of  the very essential factor, our request to you all com e forward to learn theses science  selflessly so that  our beloved Sadgurudev  dream camas into reality, through that not only you  but your mother father  be proud eof you, and more over to all that  we move some more step to fulfill Sadgurudev jis’ dream. When Poojya paad Gurudev trimurtijis blessing always easily available to us without any difference than whom we have to fear or  can stop……
****NPRU****




1 comment:

Bishwajit said...

Jai Gurudev ,
bahut hi aacha vichar jitna tarif kiya jai kaam hai. jaab pata rahta aaj se parad workshop hai aap log blog par date bata te , mujhe pata tha itne lambi chutti kabhi nahi mil payega office se ,bahut taklif hota tha miss karne ka .app logo ka yeah prayas mere jaiso ke liye guru ka diya hua asirwad hi hai .

Guru kripa hi kebalam .