Thursday, June 21, 2012

SIMPLE PROCESS FOR MARRIED SISTERS FOR FAMILY HAPPINESS AND PEACE-विवाहित बहिनों हेतु पारिवारिक सुख शांति दायक सरल विधान



Compulsion of female life and not that much broad attitude of social rules towards them increase their problems. Also the time when these rules would have been made, the circumstances and mental condition prevailing at that time would not have been the same as that of today. Thinking of saints of that time has been of higher order in itself.
We all know pretty well about various high-order female powers who knew the essence of scripture like Vedas. Just saying that woman is power will not solve the purpose but she also has to pretty well know her qualities, herself and her powers. Then only said things can be realized in real form.
And this is possible only by means of sadhna….and now no other path is left……Even Lord Shankar after seeing the change happening in this time, mental states and various shortcomings told in advance that in this era, only Tantra path will be beneficial. Those who take assistance of other path leaving this path, what can be said about their fate.
Rather than being the one who knows the path, it would be far better to move on that path. But this is also true that whatever may be the progress we are seeing in our society but still level of consciousness of many is orthodox. Their form outside is something different from their form inside the house. In few families, state of the female category can’t be called good even till today.
When one girl enters another family, after few days same problem come in front of her.Only their form, magnitude and person changes.
Reason may be one, but they are always held responsible. Seeing all from one angle is also wrong. Nevertheless, if your father-in-law and mother-in-law are not in favor of you then do this prayog. Definitely it will help….their feeling towards you will definitely become softer.
It is also your responsibility that as you are Grah Lakshmi, you should always do Lakshmi related sadhnas because due to shortage on money various problems arise which in reality does not have any existence. If you are not able to do them, then at least you make Kanakdhara Stotra or any fortune-providing Stotra as part of your daily worship.
We also know that sometimes you want to do sadhna but due to some reason or absence of yantra or due to lack of appropriate knowledge of sadhna, you are not able to do it.For this reason, we have made the provision for seven sadhnas every month so that you can get yantra free of cost…..and related sadhna also.
Those who are capable of doing it, they should do these sadhnas and due to the energy of sadhna definitely transformation will come in your personality Also when Shakti element will be activated, then automatically all will get attracted towards you.
But this will not happen in one day. Slowly and steadily, be ready for the change. Then see how sadhnas take your life to higher pedestal.
On any Saturday, make this yantra on roti made up of wheat and offer it to black dog or bitch for eating. This will definitely help.( Offering black dog the wheat roti, dipped in oil lowers down the prevailing stress in family. This has been tested by many)
You should also know that the day you wish to do it, on that day you will not be able to find black dogs and if they are seen, they will not eat…This happens many times, these are amazing things of Tantra world.
With the wish that our married sisters see happiness and prosperity and good-fortune comes in family of you all…..But they also should bear in mind that they also have to be capable sadhika all the time and do the sadhnas. This is not possible that one prayog is done and then you get rid of problems for entire life.
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नारी   जीवन की विवशताए  और  सामाजिक  नियमों   का  उनके   प्रति   उतना  खुला   रुख  न होना  समस्याओ  को  और  भी बढ़ा  देता   हैं .यूँ  भी  जिस किसी काल मे  यह   नियम  बनाये   गए  होने  उस  काल की परिस्थितियाँ और मानसिक  अवस्था  कम से कम आज जैसी   तो न रही  होगी  उस काल के मनस्वियों का  का चिंतन  अपने  आप मे   उच्चता  का परिचायक  रहा .

यहाँ तक  वेद जैसे  ग्रथो  के मर्म  को जानने  वाली   अनेको उच्चस्तरीय   नारी शक्तियों  के बारे मे  हम भली भांति जानते हैं ही .सिर्फ यह  कहने  से  ही  तो  काम नही चल  सकता   की नारी  एक शक्ति  हैं बल्कि उसे भी   अपने  गुणों को, आपने  आप को और  अपनी शक्तियों   को भली भांति  जानना ही    होगा .तभी  जो कहा  गया हैं वह वास्तविक  रूप  मे  सामने  आ पायेगा .

और यह संभव हो सकता हैं  केबल  और केबल   साधना   के माध्यम से ..और कोई  मार्ग अब कम से कम शेष नही  रहा ...यहाँ  तक   भगवान  शंकर   ने भी इस काल मे  आने  वाले परिवर्तन  और मानसिक अवस्थाये  और    विभिन्न  कमियों  को  देख कर पहले  ही कह दिया हैं की केबल और केबल  तंत्र   मार्ग   ही  इस काल मे  सफलता दायक हैं  जो इसे छोड़कर   दूसरे मार्ग का  अब्लंबन लेता हैं उसके  भाग्य  को  क्या कहा जाए .

केबल किसी बात का जान कार होने  के  कई कई  गुना   जयादा  बेहतर   होगा  की  उस मार्ग पर चल कर देख जाए .पर यह भी सत्य हैंकि  कितनी  भी  प्रगति  क्यों न  आज समाज मे  दिख रही  हो पर   अभी   भी अनेको का  चेतना का  स्तर उतना  ही  दकियानुसी हैं , उनका   बाह्य्गत  एक  रूप  हैं और घर के  अंदर  एक अन्य रूप .कतिपय  परिवार  मे  तो   नारी  वर्ग की   अवस्था  अभी भी  बहुत  अच्छी नही  कहीं   जा  सकती हैं .

वही  जब  एक लड़की अन्य परिवार मे  प्रवेश करती   हैं   तो  कुछ  दिन  बाद  वही समस्याए   उनके  सामने  आने  लगती  हैं  केबल   उनका  रूप   और आकार  और व्यक्ति  बदल जाता   हैं .

कारण कोई भी  हो उन्हें  ही  दोषी  ठहराया  जाता हैं .सभी  को  एक दृष्टी  से  देखना भी  गलत   हैं . खेर अगर आपके  परिवर मे   आपके   सास ससुर अनुकूल न हो  रहे  हो  तो  इस  प्रयोग  को  करके  देखें .निश्चय  ही  अनुकूलता  आएगी ..उनके मन मे  आपके  प्रति   कोमल भावना  का  आगमन  होगा ही .

वहीँ आपका  भी कर्तव्य बनता हैं की   गृह  लक्ष्मी  होने के का रण आप भी लक्ष्मी सबंधित साधनाए    हमेशा करती जाए .क्योंकि  धन की कमी  के कारण अनेको  ऐसी  समस्याए  आती हैं जिनका  सच मे  सीधे  कोई  अस्तित्व नही होता   हैं  तो  इस कारण यदि कुछ  आप न कर पा   रही  हो  तो   कनक धारा  स्त्रोत  और  सौभग्य  कारक  किसी भी स्त्रोत का पाठ   को अपनी दैनिक  पूजा मे  अंग  तो बनाये .
हम यह भी  जानते हैं की कई बार   आप  साधना   करना चाहती  हैं पर   किसी का रण वश  या तो यन्त्र   नही  या  फिर   साधना   का उचित ज्ञान नही होता इसी कारण  हमने  हर महीने  सात साधनाओ का प्रावधान   रखा हैं की यन्त्र  आपको निशुल्क  प्राप्त कर सकती हैं .. और  सबंधित  साधना भी .
जो    कर सकने मे  समर्थ हो  वह तो  इन साधनाओ को  करते  जाए  और   साधना त्मक  उर्जा  से  निश्चय  ही आपके व्यक्तित्वमे परिवर्तन आएगा  वहीँ  जब  शक्ति तत्व  जाग्रत  होगा तो   स्वतः ही सभी आपके  आकर्षण मे बंधते  जायेगे  ही .
पर यह  एक  दिन मे   तो नही  होगा  धीरे  धीरे  आप परिवर्तन के लिए  तैयार  हो   फिर  देखिये   साधनाए कैसे  आपके  जीवन  को उच्चता  की  ओर  ले  जाती हैं .
किसी भी शनि वार को इस यन्त्र को आप   गेहूं की रोटी पर बना ले  और  किसी भी काले रंग  के कुत्ते और कुतिया   को खिला  दे इससे   निश्चय  ही अनुकूलता  आएगी (वेसे  भी   गेहूं की रोटी  मे  तेल भी चुपड़  कर किसी भी काले  कुत्ते   को खिलाने  से  घर परिवार  मे  व्याप्त तनाव   मे कमी आती हैं   यह भी अनेको  का परीक्षित  प्रयोग  हैं ) 
वेसे यह जान ले  जिस  दिन   भी आप यह करना  चाहोगे  उस  दिन कहीं आपको  यह काले  रंग के  स्वान  दिखेंगे  ही नही  और  दिख गए  तो   तो ये  खायेंगे  ही  नही..ऐसा  अनेक बार  होता हैं   यही तंत्र जगत के कुछ अद्भुताये  हैं  .
 आप सभी के परिवार मे  अनुकूलता  आये  और   हमारी विवाहित बहिने   भी  हर  तरह से   सुखी सम्पन्नता   देख सके  यही  कामना   के साथ ..पर उन्हें भी यह ध्यान रखना होगा की  उन्हें   भी सदैव  एक  योग्य साधिका बने  ही रहना   हैं,साधनामय बनना   हैं . यह  संभव नही  हैं  की एक प्रयोग कर लिया   और जीवन भर के लिए   मुक्ति .. ....
****NPRU****


3 comments:

Rekha Singh said...

Yantra ko kese maga sakte hai

Rekha Singh said...

Yantra ko kese maga sakte hai

Unknown said...

priy jyotish vidya ji, is yantra ko magwana nahi balk swayam hi banana hain .
smile
anu